सिरोही के दांतराई गांव के सरकारी अस्पताल में नसबंदी के बाद एक महिला की मौत हो गई। महिला को शिविर में नसबंदी किया गया। इस दौरान अधिक खून बहने से महिला को सरकारी अस्पताल रेफर किया गया, जहां महिला ने दम तोड़ दिया।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार वडवज निवासी करणा राम पुत्र बांका राम मेघवाल ने पुलिस को रिपोर्ट सौंपी। जिसमें उसने महिला डॉक्टर सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पीड़ित ने बताया कि उसके दो पुत्र और एक पुत्री हैं। इस पर उसने पत्नी उगम देवी का 23 नवंबर को दांतराई के सरकारी अस्पताल में नसबंदी शिविर नसबंदी करवाई थी। नसबंदी के बाद उसकी पत्नी का अधिक खून बहने लगा। जिसके बाद उसे सिरोही अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सिरोही अस्पताल में शुक्रवार सुबह उसकी पत्नी टॉयलेट के लिए जा रही थी। उसी समय टॉयलेट के दरवाजे पर गिरकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस को दी रिपोर्ट में महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी की नसबंदी करने वाले डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों की लापरवाही से मौत हुई है। डॉक्टर ने गर्भाशय नली काटने या बंद करते समय उसकी आंतों में छेद होने से बल्ड ज्यादा मात्रा में बह गया। वहीं देर शाम करीब 6:15 बजे अधिकारियों के आश्वासन के बाद परिजनों का आक्रोश शांत हुआ। पुलिस फॉरेंसिक टीम से शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाएगी।