उन्होंने कहा कि किसी भी तरह के भूमिगत सुरंग या ड्रोन द्वारा गिराई गई संदिग्ध सामग्री का पता लगाने के लिए पड़ताल की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जम्मू के अरनिया सेक्टर में एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया था, जबकि एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे रामगढ़ सेक्टर में वापस भेज दिया गया था।
घने कोहरे की आड़ में अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ की दो कोशिशों को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने मंगलवार को नाकाम कर दिया था। अरनिया सेक्टर में फायरिंग में एक पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया, जबकि रामगढ़ सेक्टर में एक अन्य को पकड़ लिया गया। पूछताछ में यह घुसपैठिया मानसिक रूप से अस्थिर पाया गया, जिसे दोपहर को पाकिस्तानी रेजरों को सौंप दिया गया। बीएसएफ ने एहतियात के तौर पर दोनों घटनाओं के बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया।
बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू जिले के अरनिया में बीएसएफ की जबोवाल पोस्ट के ठीक सामने पाकिस्तान क्षेत्र से एक घुसपैठिया भारतीय क्षेत्र में की गई तारबंदी तक पहुंचने की कोशिश करने लगा। करीब मंगलवार तड़के 2.15 बजे सीमा पर मुस्तैद जवानों ने उसे रोकने के लिए चेतावनी दी पर वह नहीं रुका। जवानों ने फायरिंग कर उसे वहीं पर ढेर कर दिया। इस दौरान सीमा पार से पाकिस्तानी रेंजरों ने भी फायरिंग की। सुबह होने पर सीमा सुरक्षा बलों की ओर से सर्च अभियान चलाया गया। मारे गए घुसपैठिये की उम्र 30 से 35 वर्ष प्रतीत हो रही थी। बाद में पाकिस्तानी रेंजरों से संपर्क कर सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों की ओर से फ्लैग मीटिंग की गई। इसमें घुसपैठिये का शव ले जाने के लिए कहा गया, लेकिन पाकिस्तानी रेंजर्स की तरफ से कहा गया कि वह पाकिस्तानी नागरिक नहीं है।
वहीं दूसरी घटना में मंगलवार सुबह करीब पांच बजे सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में सीमा लांघकर भारतीय क्षेत्र में घुसे एक अन्य पाकिस्तानी घुसपैठिए को बीएसएफ के जवानों ने पकड़ लिया। कड़ाके की ठंड के बीच उसने सिर्फ टीशर्ट पहनी थी। तारबंदी वाले इलाके का गेट खोलकर उसे भारतीय सीमा में लाया गया। वह इंद्रेश्वर नगर इलाके में सीमा पार कर तारबंदी के नजदीक पहुंच गया था। सूत्रों ने बताया कि उससे पूछताछ की गई। मानसिक तौर पर अस्थिर पाए जाने के बाद बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजरों से संपर्क किया तो पता चला कि यह शख्स पाकिस्तान के सीमावर्ती गांव रंगूरा का निवासी पाया गया। इसके बाद दोपहर 1.30 बजे फ्लैग मीटिंग के बाद उसे पाकिस्तानी रेंजरों को सौंप दिया गया। आईजी बीएसएफ डीके बूरा ने जवानों के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि पाकिस्तान की हर नापाक कोशिश को बीएसएफ नाकाम बनाने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है।