शिवराज कैबिनेट की बैठक मंगलवार को प्रस्तावित बैठक निरस्त हो गई। इसके बाद हड़ताली डॉक्टर्स ने भी अपनी हड़ताल स्थगित कर दी। डॉक्टर मेडिकल कॉलेजों में प्रशासकों की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं।
कैबिनेट की बैठक में मेडिकल कॉलेज और उससे संबंधित अस्पतालों में चिकित्सा और प्रबंधन की अलग-अलग शाखाएं बनाने का प्रस्ताव लाने की चर्चा थी। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों चुनाव प्रचार के चलते गुजरात में होने के कारण बैठक निरस्त कर दी गई। बैठक निरस्त होने के बाद हड़ताली डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल भी स्थगित कर दी।
बता दें प्रशासकों की नियुक्ति के विरोध में 13 मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर एकजुट हो गए है। प्रस्ताव के विरोध में उन्होंने मंगलवार को हड़ताल का ऐलान किया था। इस दौरान डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठेंगे। ऑपरेशन और पोस्टमार्टम भी नहीं होंगे। इसके पहले सोमवार को मेडिकल कॉलेज में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया। चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रस्ताव के तहत मेडिकल कॉलेजों में डिप्टी कलेक्टर/ एसडीएम की नियुक्ति होना है।
इसके अलावा कैबिनेट में प्रदेश में 226 नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण, डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति को लेकर प्रस्ताव आएगा। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और सुविधाजनक तरीके से आम जन तक पहुंचाने के लिए सरकार कदम उठा रही है। वहीं, 30 साल पहले बनी कॉलोनियों को दोबारा हाईराइज भवन बनाने औरओबीसी के प्रतिभावान बच्चों को स्वरोजगार के लिए विदेश भेजने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी। कैबिनेट में सीएम राइज स्कूलों के निर्माण, लोक निर्माण विभाग में इंजीनियर और स्टाफ की भर्ती का प्रस्ताव भी आएगा।