शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर और शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को भारत रत्न दिया जाना चाहिए। वीर सावरकर हिंदुत्व के कट्टर समर्थक थे, उनके बाद बालासाहेब ठाकरे ने वीर सावरकर के विचारों को देश में जन-जन तक पहुंचाया। इसलिए केंद्र सरकार को इन दोनों नेताओं को भारत रत्न पुरस्कार देने का निर्णय लेना चाहिए।
संजय राऊत ने कहा कि आज बालासाहेब ठाकरे का 10 वां स्मृति दिन है, आज भी वे हमारे बीच हैं। उनके विचारों को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे ) आगे बढ़ा रही है। शिवसेना पर पिछले 50 सालों से हमले किए जा रहे हैं। बालासाहेब जीवित थे, उस समय भी उनपर हमले होते थे। बालासाहेब जितने अच्छे चित्रकार थे, उतनी ही उन्हें देश की समझ थी। वे हर हमले का सामना करने में सक्षम रहते थे। बालासाहेब ठाकरे को ढोंग बिल्कुल पसंद नहीं था। आज बहुत से ढोंगी बालासाहेब का नाम लेकर गलत काम कर रहे हैं, अगर बालासाहेब ठाकरे जीवित रहते तो ऐसे लोगों की अच्छी तरह से खबर लेते। आज बालासाहेब जैसा सूझबूझ वाला देश में नहीं है।
संजय राऊत ने यह भी कहा कि आज वीर सावरकर के नाम पर ढोंग हो रहा है। वीर सावरकर जैसा हिंदुत्ववादी नेता कोई और नहीं हो सकता। संजय राऊत ने कहा कि वीर सावरकर के नाम पर राजनीति करने की बजाय केंद्र सरकार को तत्काल वीर सावरकर को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित करना चाहिए।