पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी के एक विधायक ने विवादित बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। पश्चिम बंगाल के एक विधायक ने कथित तौर पर टीएमसी कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि राज्य में सत्ताधारी पार्टी का समर्थन करने वाले बांग्लादेशी अप्रवासियों को ही मतदाता सूची में जगह मिल सके। विधायक ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब देश के बाकी हिस्सों के साथ राज्य में मतदाता सूची में संशोधन प्रारूप (Draft) पर काम चल रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक कथित वीडियो में बर्धमान दक्षिण के टीएमसी विधायक खोकन दास को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “कई नए लोग आ रहे हैं…वे बांग्लादेश से हैं। इनमें से कई लोग हिंदू भावनाओं के आधार पर भाजपा को वोट देते हैं। कृपया सुनिश्चित करें कि हमारी पार्टी का समर्थन करने वालों को ही वोटर लिस्ट में जगह मिले।” विधायक मंगलवार की शाम बर्धमान कस्बे में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। हालांकि न्यूज एजेंसी पीटीआई स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका।
बाद में बयान से लिया यू-टर्न
सूत्रों ने कहा कि 2021 के विधानसभा चुनावों में दास बर्धमान शहर के कई वार्डों में पिछड़ गए थे जिसमें उनका अपना क्षेत्र कंचननगर-रथतला भी शामिल था, जहां मुख्य रूप से बांग्लादेश मूल के लोगों की बड़ी आबादी है। हालांकि, बाद में जब विधायक से उनकी टिप्पणी को स्पष्ट करने के लिए कहा गया, तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि अवैध बांग्लादेशी अप्रवासी हर दिन हमारे क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। मैंने टीएमसी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि उनके नाम को मतदाता सूची में जगह नहीं मिलनी चाहिए।
वहीं, खोकन दास के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के बर्धमान संगठनात्मक जिले के प्रवक्ता सौम्यराज मुखोपाध्याय ने कहा कि इस मुद्दे पर दलगत राजनीति करने के बजाय विधायक को अवैध अप्रवासियों के बारे में केंद्र और राज्य सरकार को सूचित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि भाजपा नागरिकता (संशोधन) अधिनियम लागू करेगी। टीएमसी के पूर्ब बर्धमान जिले के प्रवक्ता प्रसेनजीत दास ने दावा किया कि विधायक की टिप्पणियों का गलत अर्थ निकाला गया और सीएए को लागू करने के पीछे भाजपा की राजनीतिक मंशा है।