प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बाली में जी -20 शिखर सम्मेलन के मौके पर सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों का विस्तार करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। इस दौरान फिनटेक, अक्षय ऊर्जा, कौशल विकास, स्वास्थ्य और दवा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर रहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर को हरित अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचे और डिजिटलाइजेशन सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया। साथ ही भारत की राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा पाइपलाइन, परिसंपत्ति मुद्रीकरण योजना और गति शक्ति योजना का लाभ उठाने को कहा।
दोनों नेताओं ने हाल के वैश्विक और क्षेत्रीय घटनाक्रम पर भी विचारों का आदान -प्रदान किया। प्रधान मंत्री मोदी ने भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ सिंगापुर की भूमिका की सराहना की। साथ ही 2021-2024 के दौरान आसियान-भारत संबंधों में समन्वयक देश के रूप में उसकी भूमिका को भी सराहा।
दोनों नेताओं ने भारत-आसियान बहुआयामी सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ काम करने की अपनी इच्छा को दोहराया। प्रधान मंत्री ने भविष्य के लिए प्रधानमंत्री ली को शुभकामनाएं दीं और उन्हें अगले साल जी -20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया।