काशी तमिल संगमम का सांस्कृतिक आयोजन रविदास घाट पर गंगा की लहरों पर बनी जेटी पर होगा। घाट पर फूड कोर्ट और रविदास पार्क में प्रदर्शनी लगाई जाएगी। तैयारियां का जायजा लेने वाराणसी आए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आयोजन स्थलों का निरीक्षण कर आयोजन की कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया। उन्होंने नमो घाट पर आयोजन के साथ ही बीएचयू में होने वाले कार्यक्रमों को लेकर योजना बनाने के निर्देश दिए।
बीएचयू में समीक्षा बैठक के दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि वाराणसी में उत्सव सा माहौल तैयार किया जाना चाहिए। काशी तमिल संगमम के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान नॉलेज पार्टनर (ज्ञान साझीदार) हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि काशी विश्वनाथ मंदिर सहित अन्य स्थलों के दर्शन अतिथियों को कराया जाए। इस आयोजन के जरिए दोनों स्थानों की कार्यप्रणालियों, कला एवं संस्कृति, भाषा, साहित्य आदि से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में सीखने का एक अनूठा अनुभव होगा। ऐसे में स्थानीय लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित कराई जाए। केंद्रीय मंत्री ने बैठक में बताया कि 17 नवंबर से एक माह तक चलने वालेसंगमम में केंद्र सरकार का शिक्षा विभाग नोडल एजेंसी और बीएचयू को नोडल डिपार्टमेंट बनाया है। सांस्कृतिक आयोजनों की जिम्मेदारी सांस्कृतिक मंत्रालय और संस्कृति विभाग को मिली है। इसमें ओडीओपी के तहत विभिन्न उत्पादों, हैंडलूम तथा हैंडीक्राफ्ट के कारीगर काशी आएंगे।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविदास घाट और अस्सी घाट को पैदल यात्रियों से जोड़ने के लिए पाथवे बनाने का निर्देश दिया। इस पाथवे के जरिए अस्सी घाट से रविदास घाट तक पैदल पहुंचा जा सकेगा। इसके अलावा नमो घाट पर चार भव्य आयोजन कराने के निर्देश दिए। अस्सी से रविदास घाट के बीच बनने वाले पाथवे पर जगह-जगह कट आउटस लगाकर उसे यातायात के लिए सुरक्षित किया जाएगा।नमो घाट पर भारतरत्न एमएस सुब्बु लक्ष्मी के परिवार के गायक कलाकार प्रस्तुति देंगे।
जेटी का निर्माण होगा शुरू, एनडीआरएफ होगी तैनात
केंद्रीय मंत्री ने रविदास घाट का निरीक्षण किया और संस्कृति विभाग के अधिकारियों के साथ विचार विमर्ष किया। सांस्कृतिक आयोजन के लिए गंगा में 40 गुणे 80 के अनुपात में मंच बनेगा। केंद्रीय मंत्री ने मंडलायुक्त से सुरक्षा तैयारियों की जानकारी मांगी। इस पर मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि आयोजन के दौरान एनडीआरएफ की टीम तैनात रहेगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को शताब्दी नेशनल कन्वेंशन-2022 की तैयारियों का निरीक्षण किया। शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह में लगाई जा रही प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद आडिटोरिएम में गए। जहां उसकी क्षमता बारे में पूछा तो अधिकारियों ने बताया 473 की है। इस पर उन्होंने कहा कि बीएचयू का अलग स्थान है। यहां तीन से चार हजार क्षमता वाली ऑडिटोरियम होना चाहिए। इसके लिए हमें सोचना चाहिए।
लकड़ी के खिलौनों को प्रर्दशनी में जरूर करे शामिल
बड़ा लालपुर स्थित पंडित दीन दयाल हस्तकला संकुल (टीएफसी) में तीन दिवसीय प्रदर्शनी के कार्य स्थल का शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने निरीक्षण किया। उन्हाेंने संबंधित सभी विभाग और उद्यमियों से कार्यक्रम के बारे सलाह मशविरा के बाद कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। टीएफसी में काशी के उद्योग, खानपान, गुलाबी मीनाकारी, हस्तकला की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तीन दिवसीय प्रदर्शनी व्यापारिक नजरिए से लगाई जाए ताकि प्रदर्शनी में आने वाले व्यापारियों को एक बेहतर मंच मिल सके। काशी की महिमा वर्णन करने वाले सभी ऑडियो वीडियो साहित्य को तमिल भाषा में अनुवाद करने के साथ एक स्मारिका प्रकाशित करने का निर्देश दिया।
बीएचयू में बैठक के बाद सर्किट हाउस जाते समय केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान चौकाघाट के जाम में फंसे। चौकाघाट पर जाम की सूचना के बाद पुलिस सक्रिय हुई और फिर आननफानन में उनका काफिला निकलवाया गया।
बीएचयू काउंसिल के सवाल को टाला
नई शिक्षा नीति के तहत आयोजित तमिल संगमम पर सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता के दौरान उनसे एक साल से बीएचयू में एक्जिक्यूटिव काउंसिल के गठन नहीं होने का सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इसे जल्द ही कराया जाएगा।
काशी में बसेगा मिनी तमिलनाडु
धर्म आस्था के नजरिए से काशी और तमिलनाडु में काफी समानता है। इस दौरान मिनी तमिलनाडु जैसा काशी नजर आएगी। उक्त बातें उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक प्रो सुरेश शर्मा ने शुक्रवार दोपहर रविदास घाट पर कहीं। बताया कि इस दौरान तमिलनाडु के ट्राइबल नृत्य संगीत, शास्त्रीय संगीत के कलाकार काशी में प्रस्तुति देंगे। रविदास घाट पर एक माह तक प्रतिदन तीन घंटे का आयोजन होगा। इसमें 730 कलाकार अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे।