इजरायल में आशा के अनुरूप एक बार फिर बेंजामिन नेतन्याहू सहयोगी दलों के साथ जीतकर पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाने जा रहे हैं। हाल ही में हुए चुनाव में वर्तमान प्रधानमंत्री यायर लैपिड को करारी हार का मुंह देखना पड़ा। नेतन्याहू की राष्ट्रीय चुनावों में जीत पर कार्यवाहक प्रधानमंत्री लैपिड ने गुरुवार को बधाई देते हुए हार स्वीकार कर ली है।
प्रधानमंत्री लैपिड के कार्यालय से जारी एक बयान में बधाई देते हुए सत्ता हस्तांतरण की बात कही कही।
बेंजामिन नेतन्याहू और पीएम मोदी के रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं और दोनों को एक-दूसरे का अच्छा दोस्त भी माना जाता है।
नेतन्याहू इजरायल के सर्वाधिक समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं, जिन्होंने लगातार 12 वर्षों तक और कुल मिलाकर 15 साल तक देश पर शासन किया। उन्हें पिछले साल अल्पमत आने के बाद सत्ता से हटना पड़ा था। अभी तक चुनाव के अंतिम आंकड़ें जारी नहीं किए गए हैं।
इजरायल में राष्ट्रीय चुनाव के करीब 91 फीसदी मतपत्रों की गिनती के साथ बेंजामिन नेतन्याहू नीत दक्षिणपंथी गुट ने गुरुवार को 120 सदस्यीय संसद में 65 सीटों पर जीत हासिल कर बहुमत हासिल कर लिया। इसके साथ ही नेतन्याहू की सत्ता में वापसी का रास्ता साफ हो गया।
केंद्रीय निर्वाचन समिति के आंकड़ों के अनुसार, नेतन्याहू की लिकुड पार्टी को 32 सीट, प्रधानमंत्री यायर लैपिड की येश अतीद को 24, रिलीजियस जियोनिज्म को 14, नेशनल यूनिटी को 12, शास को 11 और यूनाइटेड टोरा जुदाइस्म को आठ सीटें प्राप्त हुई हैं।
इजरायल में पिछले कई चुनावों से किसी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। इजराइल में पिछले चार चुनाव में किसी को स्पष्ट जनादेश नहीं मिला। कई बार गठबंधन कुछ सीटों के कम रहने के कारण सरकार बनाने से चूक गए।