अग्निवीर भर्ती में बुधवार का दिन लखनऊ और उन्नाव के युवाओं के नाम रहा। अरमापुर के आरमरीना मैदान में दस नवंबर तक चलने वाली भर्ती में शामिल होने के लिए मंगलवार शाम तक तीन हजार से ज्यादा युवा शहर पहुंचे थे। सैनिक बनने के लिए इन युवाओं ने अग्निपरीक्षा की हर प्रतिस्पर्धा में जी तोड़ कोशिश की। कुछ तो हर परीक्षा में अव्वल भी रहे, जिन्हें अभी और कई कसौटियों पर परखा जाएगा, लेकिन कई को निराश भी लौटना पड़ा।
38 फीसदी युवाओं ने छोड़ दी परीक्षा
भर्ती में शामिल होने के लिए लखनऊ, बख्शी का तालाब, मोहनलाल गंज एवं उन्नाव की पुरवा और सफीपुर तहसीलों के 5350 युवाओं ने आवेदन किया था, लेकिन जब भर्ती का मौका आया तो 62 फीसदी यानी 3319 युवा ही पहुंचे।
लंबाई कम होने से पहले दौर में ही बाहर
रात साढ़े 12 बजे सैन्यककमिर्यों के बुलाने पर सभी युवा आरमरीना मैदान के बाहर पहुंचे। युवाओं को जूते उतारवाकर लाइन में लगाया गया। जहां से उन्हें शारीरिक लंबाई नापने को निश्चित ऊंचाई पर लगी एक लोहे की रॉड वाले स्टैंड के नीचे से गुजारा गया। आमतौर पर सामान्य हाईट के दिख रहे ज्यादातर युवाओं के सिर इस रॉड को नहीं छू पाए। ऐसे में लंबाई कम रह जाने के कारण सैकड़ों युवाओं को वापस कर दिया गया। जबकि इस पहली कसौटी पर खरे उतरने वाले युवाओं को दूरी परीक्षा के लिए मैदान में दूसरी ओर भेजा गया। जहां बने स्टॉलों पर सैन्य कमिर्यों ने युवाओं के शैक्षिक दस्तावेजों की बारीकी से जांच पड़ताल कर एक कोड जारी किया।