गुजरात के मोरबी में मिच्छू नदी पर झूलता पुल टूटने के बाद तीनों सेनाओं ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। वायु सेना के गरुड़ कमांडो भी बचाव अभियान में जुट गए हैं। सी-295 परिवहन विमान के प्लांट की वडोदरा में रविवार को आधार शिला रखने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात में ही हैं। उन्होंने इस हादसे के कारण सोमवार को अहमदाबाद में होने वाला रोडशो निरस्त कर दिया है।
रक्षा अधिकारियों के अनुसार मोरबी में भारतीय नौसेना के 50 जवानों, वायुसेना के 30 जवानों, सेना के दो कॉलम जवानों को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है। वायु सेना के गरुड़ कमांडो भी बचाव अभियान में जुटे हैं। भारतीय सेना की एक आर्टिलरी ब्रिगेड टीम को ध्रांगधरा के पास से मौके पर भेजा गया है। इस टीम में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी शामिल है। यह टीम मोरबी में दुर्घटना स्थल पर पहुंच चुकी हैं और बचाव और राहत कार्यों में हिस्सा ले रही है।
रक्षा अधिकारी के मुताबिक डॉक्टरों और अन्य राहत सामग्री के साथ सेना की एक और टीम शीघ्र ही घटनास्थल पर पहुंच रही है। एनडीआरएफ टीम के साथ वायुसेना का विमान राहत कार्यों के लिए रवाना हो गया है। एक घंटे में दूसरा विमान भेजा जाएगा। जामनगर और आसपास के अन्य स्थानों में बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।
रक्षा अधिकारी ने बताया कि भुज और अन्य स्थानों से मोरबी के लिए गरुड़ कमांडो भी भेजे गए हैं, जिन्होंने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। रक्षा अधिकारी के अनुसार गुजरात के जामनगर में भारतीय नौसेना स्टेशन वलसुरा ने बचाव अभियान के लिए 40 से अधिक कर्मियों की एक टीम भेजी है, जिसमें समुद्री कमांडो और नाविक शामिल हैं जो अच्छे तैराक हैं। यह समुद्री कमांडो और नाविक मच्छू नदी में डूबे लोगों की जिंदगी बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज ही दोपहर में तीन दिवसीय दौरे पर गुजरात पहुंचे थे। उन्होंने वायु सेना के लिए सी-295 परिवहन बनाने के लिए वडोदरा में प्लांट की आधार शिला रखी थी। सोमवार को एक कार्यक्रम के तहत अहमदाबाद में उन्हें रोडशो निकालना था, लेकिन मोरबी हादसे के बाद यह रोडशो निरस्त कर दिया है।