दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शुमार एलन मस्क ने ट्वीटर अधिग्रहण पर कहा है कि वह इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल मानवता की सहायता करने के लिए कर रहे हैं। मस्क नहीं चाहते हैं कि ट्वीटर का उपयोग ऐसे लोग करें जो बोलने से पहले उसके परिणामों के बारे में नहीं सोचते हैं। ट्वीटर अधिग्रहण के लिए मस्क ने 44 अरब डालर बोली लगाई है जिसे शुक्रवार शाम पांच बजे तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
मस्क ने अपने ट्वीट में कहा कि सभ्यताओं के विकास के लिए एक साझा प्लेटफार्म होना जरूरी है, जहां हिंसा का सहारा लिए बिना स्वस्थ तरीके से सभी लोग अपनी बात रख सकें। वर्तमान में एक नए तरीके का खतरा उत्पन्न हो गया है। इंटरनेट मीडिया धुर दक्षिणपंथी और वामपंथी धड़ों में बंट गया है। दोनों तरह के अतिवादी विचार ना केवल समाज को विभाजित करने का काम करते हैं बल्कि घृणा फैलाते हैं।
मस्क ने गुरुवार को विज्ञापनदाताओं से कहा कि वह चाहते हैं कि ट्विटर कि दुनिया का सबसे सम्मानित विज्ञापन मंच” बने। उन्होंने कहा कि यह ऐसा प्लेटफार्म बने, जहां पर सभी का स्वागत हो और सभी को अपनी बात रखने की आजादी हो। ट्विटर का अधिग्रहण करने से पूर्व बुधवार को एलन मस्क कंपनी के सैनफ्रांसिस्को स्थित हेडक्वार्टर पहुंचे। आफिस पहुंचने का एक वीडियो भी मस्क ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया है। मस्क ने जो वीडियो ट्वीट किया है, उसमें वह ट्विटर हेडक्वार्टर में एक सिंक ले जाते हुए दिख रहे हैं। वह खुद ही सिंक को उठाकर आफिस में दाखिल होते हैं। उन्होंने इस वीडियो को कैप्शन देते हुए लिखा कि सिंक के साथ ट्विटर मुख्यालय में प्रवेश करते हुए।
मस्क ने कंपनी का अधिग्रहण करने के बाद 75 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी वाले बयान मस्क ने सफाई भी दी है।
टेकक्रंच की एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि वह इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी नहीं करेंगे।