डेंगू और वायरल के बढ़ते मामलों के कारण प्लेटलेट्स की मांग लगातार बढ़ रही है। हालत यह है कि त्योहारों के मौके पर शहर के तमाम ब्लड बैंक का स्टाक खाली हो गया है। रक्तदान नहीं होने के कारण मरीजों को जरूरत के हिसाब से प्लेटलेट्स नहीं मिल पा रही है। डेंगू और वायरल के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण प्लेटलेट्स की मांग लगातार बढ़ रही है। कई रोगी ऐसे हैं, जिनके पास डोनर मौजूद नहीं है या उनके डोनर ब्लड डोनेशन से पहले ही रिजेक्ट कर दिए जाते हैं।
ऐसे में रोगियों को जरूरत के आधार पर ब्लड बैंकों द्वारा बिना ब्लड लिए ही प्लेटलेट्स दी जाती है। जिससे उनकी जांन बचाई जा सके। इस बीच प्लेटलेट्स की लगातार बढ़ रही मांग के कारण हालत यह हो गई कि बुधवार को बेली और काल्विन अस्पताल का ब्लड बैंक पूरी तरह खाली हो गया। वहीं मंडल के सबसे बड़े अस्पताल स्वरूपरानी अस्पताल के ब्लड बैंक में भी कमी बनी हुई है। ऐसे में सीएमओ डॉ. नानक सरन ने रक्तदाओं से अधिक से अधिक संख्या में रक्तदान करने की अपील की।
डेंगू के मरीजों के बढ़ने का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। जांच में 17 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इसके बाद जिले में डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 772 पहुंच गई। हालांकि 726 मरीज अभी तक ठीक हो चुके हैं। जबकि 36 मरीजों को एसआरएन, बेली समेत अन्य निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। जबकि 10 मरीज घर पर रहकर ही अपना इलाज करा रहे हैं।
कोरोना का असर धीरे-धीरे कम होता दिख रहा है। जांच में जुटी टीमों ने बुधवार को 1445 लोगों का सैंपल लिया। इनमें एक नया संक्रमित मिला। 21 लोग डिस्चार्ज हुए। इसके बाद जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 15 रह गई।