अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिलान्तर्गत सिंगिंग गांव के निकट शुक्रवार को सुबह करीब 10.40 बजे सेना का हेलीकॉप्टर रुद्र क्रैश हो गया। रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। खोज और बचाव अभियान के लिए सेना के दो एएलएच और एक आईएएफ एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात करके सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। 15 दिनों के भीतर सेना का यह दूसरा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। अरुणाचल प्रदेश के तवांग इलाके के पास 05 अक्टूबर को सेना का चीता हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें एक पायलट शहीद हुआ था।
गुवाहाटी डिफेंस पीआरओ ने पुष्टि की है कि ऊपरी सियांग जिले में आज दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर ने लिकाबली से उड़ान भरी थी। यह सेना के टूटिंग हेडक्वार्टर से 25 किमी. दूर सिंगिंग गांव के पास क्रैश हो गया है। यह रुद्र सेना का अटैक हेलीकॉप्टर है, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने भारतीय सेना के लिए बनाया है। यह हल्के ध्रुव हेलीकॉप्टर का वेपन सिस्टम इंटीग्रेटेड (डब्ल्यूएसआई) एमके-IV संस्करण है। खोज एवं बचाव दल मौके पर पहुंच गया है। खोज और बचाव अभियान के लिए सेना के दो एएलएच और एक आईएएफ एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।
अपर सियांग के पुलिस अधीक्षक जुम्मर बसर के मुताबिक दुर्घटना स्थल सड़़क मार्ग से नहीं जुड़ा नहीं है लेकिन एक बचाव दल को भेजा गया है।
इससे पहले इसी माह 5 अक्टूबर को सुबह लगभग 10:00 बजे अरुणाचल प्रदेश के तवांग इलाके के पास सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर नियमित उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह चीता हेलीकॉप्टर अपनी नियमित ड्यूटी करते हुए जेमीथांग सर्कल के बीटीके क्षेत्र के पास न्यामजंग चू में फायर डिवीजन के बॉल जीओसी को पहुंचाकर सुरवा सांबा क्षेत्र की ओर लौट रहा था। अग्रिम क्षेत्रों में उड़ान भर रहे इस हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल दोनों पायलटों को सुरक्षित निकालकर निकटतम सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन एक पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल सौरभ यादव ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। दूसरे पायलट का इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर है।