आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं कालकाजी से विधायक आतिशी ने आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता में कहा कि “सोमवार (30 मई) को दिल्ली के नए उपराज्यपाल ने दिल्ली जल बोर्ड के अफसरों की मीटिंग बुलाई और अलग-अलग मुद्दों पर उनको आदेश-निर्देश दिए। एलजी दिल्ली में नए आए हैं और नए एलजी बने हैं, तो शायद उन्हें दिल्ली की संवैधानिक स्थिति का पूरा ज्ञान न हो। इसलिए वह एलजी को बताना चाहूंगी कि दिल्ली में एक संवैधानिक व्यवस्था है।”
उस संवैधानिक व्यवस्था के तहत एलजी, जो केंद्र सरकार के नुमाइंदे होते हैं, उनको संविधान ने स्पष्ट तौर से तीन जिम्मेदारियां दी हैं। उनकी जिम्मेदारी जमीन, कानून-व्यवस्था और पुलिस है। यह स्पष्ट तौर से देश के संविधान में लिखा हुआ है और इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने भी मुहर लगाई हुई है कि सिर्फ और सिर्फ ये तीन विषय जमीन, कानून-व्यवस्था और पुलिस केंद्र सरकार के नुमाइंदे उपराज्यपाल के अधिकार क्षेत्र में आते हैं।
आगे आतिशी ने कहा कि दिल्ली में अब एक और भी खास परिस्थिति है कि एमसीडी का नया कानून पास हुआ है। इसलिए एमसीडी भी अभी सीधे केंद्र सरकार के नियंत्रण में आती है। वर्तमान में हम यह भी मान लें कि दिल्ली नगर निगम का प्रबंधन करना और उससे काम करवाना भी एलजी के अधिकार क्षेत्र में आता है, लेकिन बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, राजस्व ये सब मुद्दे दिल्ली की चुनी हुई सरकार, दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्रियों के अधिकार क्षेत्र में आता है। यह देश का संविधान कहता है और यही सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच भी कहती है। इसलिए जो दिल्ली की चुनी हुई सरकार के अंतर्गत आते हैं, जब उन मुद्दों पर उनके विभागों को एलजी मीटिंग के लिए बुलाते हैं और उनको आदेश-निर्देश देते हैं, तो वो दिल्ली की संवैधानिक व्यवस्था को बिगाड़ रहे हैं।
दिल्ली कैसे चलेगी, दिल्ली का गवर्नेंस कैसे होगा कि एक तरफ इन अफसरों को एलजी बुलाएंगे और एलजी कुछ दिशा-निर्देश देंगे और फिर चुनी हुई सरकार, जिसके अंतर्गत दिल्ली जल बोर्ड, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग आता है, उन अफसरों को बुलाएगी, वो कुछ और आदेश देगी। ऐसे में एक अफसर क्या करेगा ? वह एलजी के आदेश का पालन करेगा या चुनी सरकार के आदेश का पालन करेगा या फिर कोई भी आदेश का पालन न करें।
विधायक आतिशी ने कहा कि वह एलजी को यह भी कहना चाहूंगी कि वो दिल्ली के किसी भी महिला से बात करेंगे, महिलाएं उन्हें बताएंगी कि सुरक्षा व्यवस्था कितनी बड़ी समस्या है ? आज भी दिल्ली की महिलाएं अंधेरा होने पर घर से बाहर जाने से डरती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि कुछ भी हो सकता है। इसलिए वह एलजी से आग्रह कर रही है कि अगर आप कोई समस्या ही सुलझाना चाहते हैं, तो दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा सुलझाइए।