ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का सौदा होने के बाद अब भारत ने फिलीपींस की सेना के आर्टिलरी सिस्टम को अपग्रेड करने के साथ ही एयर डिफेन्स सिस्टम खरीदने के लिए पेशकश की है। साथ ही फिलीपींस की सेना को परिचालन और साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण देने के लिए भी भारत तैयार है। इसके जवाब में फिलीपींस ने रक्षात्मक तकनीक प्रदान करने की पेशकश पर भारत को धन्यवाद दिया है। फिलीपींस अपनी लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के लिए भारत से एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरों (एएलएच) का एक बैच भी खरीद रहा है।
दरअसल, भारत और फिलीपींस ने अगस्त में नागरिक उड्डयन, फिनटेक, शिक्षा, सैन्य और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का फैसला लिया था। यह निर्णय मनीला में चौथी सामरिक वार्ता और भारत-फिलीपींस के बीच तेरहवें विदेश कार्यालय परामर्श के दौरान लिए गए थे। इसी समझौते के तहत भारतीय सेना फिलीपींस के सशस्त्र बलों (एएफपी) को परिचालन और साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण देने की इच्छुक है। फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा विभाग (डीएनडी) के अवर सचिव जोस फॉस्टिनो जूनियर के साथ मुलाक़ात में फिलीपींस में भारत के राजदूत शंभू कुमारन ने यह पेशकश की है।
डीएनडी के प्रवक्ता आर्सेनियो एंडोलोंग ने कहा कि सैन्य प्रशिक्षण सहयोग पर भारतीय राजदूत ने फिलीपींस के सशस्त्र बलों के लिए विशेष रूप से परिचालन तत्परता और साइबर सुरक्षा पर भारत की पेशकश को दोहराया है। इसके अलावा उन्होंने एयरोस्पेस प्लेटफॉर्म के लिए वायु रक्षा प्रणाली खरीदने, आर्टिलरी सिस्टम अपग्रेड करने का भी आग्रह किया है। जवाब में फिलीपींस ने रक्षात्मक तकनीक प्रदान करने की पेशकश पर भारत को धन्यवाद दिया है। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग जारी रखने के महत्व, विशेष रूप से उच्च स्तरीय वार्ता, शिक्षा और प्रशिक्षण आदान-प्रदान, सूचना साझाकरण और सैन्य सहयोग सहित अन्य बातों पर जोर दिया गया।
भारत और फिलीपींस ने हाल ही में अपने द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग में वृद्धि की है। फिलीपींस ने इसी साल की शुरुआत में भारत निर्मित दुनिया की सबसे घातक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की तीन बैटरीज खरीदने के लिए 374 मिलियन डॉलर से अधिक का सौदा किया है। भारत के लिए रक्षा निर्यात के लिहाज से यह सबसे बड़ा और पहला विदेशी सौदा है। फिलीपींस अपनी लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के लिए भारत से स्वदेशी एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरों (एएलएच) का एक बैच खरीद रहा है। दोनों पक्ष प्रस्तावित अधिग्रहण पर बातचीत कर रहे हैं। यह 5.5 टन भार वर्ग में जुड़वां इंजन वाला नई पीढ़ी का हेलीकॉप्टर है, जिसे विभिन्न सैन्य अभियानों के लिए प्रभावी प्लेटफ़ॉर्म माना जाता है।
दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ दशकों से चल रहे क्षेत्रीय विवादों के साथ-साथ सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए फिलीपींस अपनी सेना के आधुनिकीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। फिलीपींस दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में भारत का एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार है। पिछले कुछ वर्षों के भीतर खासकर समुद्री क्षेत्र में द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा संबंधों में तेजी आई है। फिलीपींस दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) का एक प्रमुख सदस्य भी है, जिसके साथ पिछले एक दशक में भारत के संबंधों में बड़ा विस्तार हुआ है।