काशी से मगहर तक राग-विराग में कबीर फिर से जीवंत होंगे। कहीं साखी, कहीं सबद तो कहीं गीत, संगीत और नृत्य के जरिये कलाकार आमजन में कबीर की अलख जगाएंगे। कबीर उत्सव का आयोजन देश भर के सौ स्थानों पर होगा। इसकी शुरुआत 16 अक्तूबर को काशी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से होगी। समापन समारोह मगहर में होगा। आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की शृंखला के तहत संस्कृति मंत्रालय आयोजन कर रहा है।
जयपुर की संगीत एवं सांस्कृतिक संस्था सुर संगम के अध्यक्ष केसी मालू ने शुक्रवार को रामकटोरा स्थित रेस्टोरेंट में प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि संस्कृति व संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल व विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रवींद्र जायसवाल होंगे।
कबीर पर बैले नृत्य डॉ. विधि नागर एवं उनकी टीम प्रस्तुत करेगी। ऑडियो विजुअल के माध्यम से भी कबीर दर्शन के बारे में बताया जाएगा। शुभारंभ वंदेमातरम से होगा। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक व संगीतकार रामायण फेम सतीश देहरा व शंभू लहरी का गायन होगा। साथ ही रीवा की लोकप्रिय पार्श्व गायिका मुकुल सोनी, वाराणसी की डॉ. श्वेता जायसवाल, प्रियांशु घोष व पूजा राय भी कबीर के भजनों को पेश करेंगी। स्थानीय संयोजक आनंद लड़िया व स्मिता लोहिया ने बताया कि वाराणसी के मारवाड़ी युवा मंच की सभी शाखाओं वाराणसी, गंगा, काशी, वरुणा, अन्नपूर्णा, काशी शिवा व उदया द्वारा संयोजन किया जा रहा है। महासचिव मुकेश अग्रवाल ने बताया कि निमंत्रण पत्र स्थानीय संयोजक से निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।