करवाचौथ के त्यौहार की बात ही अलग है। परंपराओं के साथ आधुनिकता का मेल कर नई पीढ़ी इस पर्व को और भी उल्लासमय बना रही है। अब बॉलीवुड का रंग भी इसमें मिल चुका है तो कुछ पंजाब की आब-ओ-हवा भी शामिल हो चुकी है। खास बात है कि आज भी सास-बहू मिलकर साथ में मेहंदी लगवाती हैं, करवा पूजती हैं और चांद को अर्घ्य देती हैं।
दुल्हन बनने के बाद ससुराल पहुंचीं नवविवाहिताएं इस दिन की तैयारी में बीते एक हफ्ते से जुटी हैं, क्योंकि शादी के दिन की तरह पूरा सोलह सिंगार कर वे इस दिन को यादगार बनाना चाहती हैं। इस दिन को खास बनाने के लिए किसी ने घर में ग्रुप पार्टी तो किसी ने फैमिली के साथ बाहर डिनर का कार्यक्रम बनाया है। वहीं कुछ ऐसे भी युगल हैं जिन्होंने कैंडल लाइट डिनर का प्लान बनाया है।
आज अमृतकाल में पूजन का विशेष संयोग
चंद्रोदय रात 19:54 से 8.07 के बीच, रोहिणी नक्षत्र का शुभ संयोग
कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर आज करवाचौथ व्रत मनाया जाएगा। चतुर्थी तिथि प्रात: 5 बजकर 19 मिनट से शुरू हो जाएगी, जो 14 अक्तूबर को प्रात: तीन बजकर आठ मिनट पर समाप्त होगी। अमृत काल में विशेष पूजन का लाभ प्राप्त हो रहा है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, अमृत काल बृहस्पतिवार की शाम 04:08 मिनट से 05:50 मिनट तक रहेगा। चंद्रोदय रात 7:54 से 8:07 मिनट के बीच होगा। इस बार चौथ पर रोहिणी नक्षत्र का बेहद शुभ संयोग बन रहा है। माना जाता है कि इस नक्षत्र में चंद्रमा के दर्शन करने से मन वांछित फल की प्राप्ति होती है।
व्रत एक-दो रिवाज, सरप्राइज गिफ्ट का इंतजार
चौक निवासी शगुन और अनंत रस्तोगी की शादी गत 15 नवंबर को हुई थी। मल्होत्रा परिवार से होने के कारण शगुन के मायके और ससुराल के रिवाज थोड़े अलग हैं। कहती हैं कि दोगुनी खुशी है कि व्रत एक और दो रिवाज से पारण करूंगी। साप्ताहिक बंदी के कारण पति घर पर ही रहेंगे, यह किसी तोहफे से कम नहीं। फैमिली डिनर पर जाएंगे, गिफ्ट मिलेगा पर सरप्राइज है मेरे लिए।
सास-बहू साथ मिलकर देंगी अर्घ्य
अर्जुनगंज निवासी लवली सिंह, सास मीना सिंह के साथ भूतनाथ पर मेहंदी लगवा रही थीं। कहती हैं कि अरेंज कम लव मैरिज है। शादी के दिन जैसा तैयार होऊंगी। हमारे यहां सामूहिक पूजन होता है। फरे खाने के बाद बाहर जाएंगे डिनर के लिए। सासू मां से गिफ्ट मिल गया, पति चेतन के तोहफे का इंतजार है।
व्रत नहीं सिर्फ पूजा, अगले साल का इंतजार
जानकीपुरम निवासी शिवानी शुक्ला कहती हैं कि गत पांच फरवरी को शादी हुई है। शुक्र डूबा होने से व्रत नहीं रख रही हूं। लेकिन हमारा परिवार बहुत बड़ा है, सब साथ मिलकर पूजा करते हैं, मै भी करूंगी और इंतजार है कि अगले साल व्रत रखूं।