सीबीआई एंटी करप्शन ब्रांच गाजियाबाद की टीम ने मेरठ कैंट बोर्ड के सैनेटरी सुपरवाइजर संजय को एक लाख 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। कैंट बोर्ड में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए रिश्वत मांगी जा रही थी। इसके बाद आधी रात तक सीबीआई की टीम मेरठ में कार्रवाई करती रही।
सीबीआई की एंटी करप्शन टीम सोमवार शाम को मेरठ कैंट बोर्ड पहुंची और अपनी कार्रवाई शुरू की। कैंट बोर्ड में इस समय चल रही अस्थायी सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति के बदले में रिश्वत मांगने की शिकायत सीबीआई से की गई थी। सीबीआई टीम ने शिकायत करने वाले व्यक्ति को एक लाख 10 हजार रुपये देकर रिश्वत मांग रहे सैनेटरी सुपरवाइजर संजय की सीट पर भेजा। सैनेटरी सुपरवाइजर को पैसा देते ही सीबीआई की टीम ने संजय कुमार को पकड़ लिया।
सीबीआई की छापेमारी की खबर फैलते ही अफरा-तफरी मच गई। उस समय तक सीईओ कैंट बोर्ड ज्योति कुमार कार्यालय से जा चुके थे। रात को सीबीआई टीम सीईओ से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंची। सीबीआई टीम ने छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया और रात्रि दो बजे के बाद तक कैंट बोर्ड कार्यालय में ही उनसे पूछताछ चलती रही। इसके बाद हिरासत में रखे गए कर्मचारियों के परिजनों ने पुलिस को सूचना देते हुए कैंट बोर्ड कार्यालय के बाहर हंगामा किया। इससे पहले भी सीबीआई की टीम ने मेरठ कैंट बोर्ड में छापेमारी की है।
सीबीआई के छापे को लेकर कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रहे सच संस्था के अध्यक्ष डॉ. संदीप पहल एडवोकेट का कहना है कि अवैध निर्माण, डोर टू डोर कलेक्शन, टोल वसूली कई विषयों पर उन्होंने सीबीआई से शिकायत की है। जल्दी ही कई अन्य मामलों में भी सीबीआई की कार्रवाई हो सकती है।