दिल्ली आबकारी नीति कथित घोटाले में सीबीआई ने सोमवार को तीसरी गिरफ्तारी की। गिरफ्तार किए गए अभिषेक बोइनपल्ली के खिलाफ फ्रेमिंग और इंप्लीमेंटेशन का आरोप है। जांच एजेंसी के अनुसार उन्हें आज ही संबंधित कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिलहाल सीबीआई मुख्यालय में आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में हुए कथित घोटाले की जांच दोनों केंद्रीय जांच एजेंसियां सीबीआई और ईडी कर रही हैं। इस मामले में पहले विजय नायर और फिर समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अभिषेक दक्षिणी भारत के कुछ शराब कारोबारियों के लिए कथित तौर पर काम करता था। उसे रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पूछताछ के दौरान सीबीआई ने पाया कि वह सवालों का जवाब देने से बच रहा है। उसे देररात हिरासत में ले लिया गया।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति पर सवाल उठाते हुए मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। बाद में इस मामले में ईडी भी शामिल हो गई। ईडी ने कुछ दिन पहले ही इस कथित घोटाले में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था।
ईडी संबंधित लोगों के यहां ताबड़तोड़ छापेमारी कर साक्ष्य जुटाने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में केंद्रीय जांच एजेंसी ने शराब कारोबारी समीर महेंद्रू और विजय नायर को गिरफ्तार किया था। यह दोनों आरोपित जेल में हैं। विजय नायर आम आदमी पार्टी (आप) का संचार प्रभारी भी रहा है।
इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आरोपित हैं। सीबीआई और ईडी दोनों एजेंसियां सिसोदिया के आवास व दफ्तरों पर छापेमारी कर चुकी हैं। सिसोदिया के बैंक लॉकर भी खंगाले जा चुके हैं। आम आदमी पार्टी के नेताओं के मुताबिक सिसोदिया के पास से इस घोटाले से संबंधित कोई सुराग नहीं मिला है।
आबकारी नीति मामले में सीबीआई ने 17 अगस्त को मामला दर्ज किया था। इसके बाद सबसे पहले शराब कारोबारी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया। इसके तत्काल बाद सीबीआई ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता विजय नायर को गिरफ्तार किया था।