उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा में पिछले दिनों आए एवलांच यानी हिमस्खलन में गायब हुए नैनीताल के युवा पर्वतारोही शुभम सांगुड़ी के बारे में बुरा समाचार है। शुभम का शव बरामद हो गया है। बताया गया है कि उनके शव को मातली ले आया गया है। अब उसे उत्तरकाशी के अस्पताल लाकर वहां परिजनों के सुपुर्द कर दिया जायेगा। इसके बाद शनिवार रात्रि तक उसके शव को हल्द्वानी लाया जायेगा और उसके बाद शव को उनके पैतृक गाँव लमगडा के ग्राम सांगड ले जायेगा।
उल्लेखनीय है कि शुभम ने साहसिक पर्यटन में एमबीए किया है। इसके बाद उसकी निम यानी नेहरू पर्वतारोहण संस्थान में प्रशिक्षक के तौर पर पहली नौकरी लगी थी। वह बीते 10 सितंबर को पर्वतारोहण का एडवांस कोर्स करने के लिए घर से निकला था और 14 सितंबर को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी पहुंचा था। करीब सप्ताह भर पूर्व शुभम ने अपने परिजनों व खासकर पिता दीवान सिंह से फोन पर बात की थी।
पिता के अनुसार उसने दीपावली पर घर आने की बात कही थी। इसी बीच शुभम के हिमस्खलन की चपेट में आकर लापता होने की खबर आई तो उसके परिजन हक्के-बक्के रह गए। उसकी तलाश के लिए वह देहरादून होते हुए उत्तरकाशी के लिए रवाना हो गए। जबकि शहर में लोग उसकी कुशलता के लिए प्रार्थनाएं की जा रही हैं। नैनीताल पर्वतारोहण क्लब के पर्वतारोहियों ने भी बारापत्थर स्थित पर्वतारोहण स्थल पर उसके सकुशल वापस लौट आने के लिए ईश्वर से प्रार्थना कीं।
उल्लेखनीय है कि शुभम की मां कमला देवी नगर के वसंत वैली पब्लिक स्कूल में कार्यरत थी। करीब दो वर्ष पूर्व उनका बीमारी की वजह से निधन हो गया था। पिता दीवान सिंह होटलों में कुक की नौकरी करते हैं। बहन रुद्रपुर में नौकरी करती है। डीएम धीराज गर्ब्याल ने उसकी सकुशल बरामदगी के प्रयासों के लिए उत्तरकाशी के डीएम डा.अभिषेक रूहेला से बात की है।