भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केजरीवाल सरकार पर कथित बिजली घोटाले का आरोप दोहराते हुए कहा कि बिजली कंपनियों द्वारा दिल्ली वालों से 49,000 करोड़ रुपये वसूला गया।
भाजपा प्रवक्ता सैय्यद जफर इस्लाम ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में सवाल किया कि आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी थी कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बिजली चोरी रोकने की बात करते थे और अब खुद ही चोरी कर रहे।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जफर इस्लाम ने कहा कि वर्ष 2013 में केजरीवाल चीख-चीख के कहते थे कि बिजली में जो प्राइवेट कंपनियां रिलायंस और टाटा की हैं वो चोर कंपनियां हैं, वे सत्ता में आने पर इन्हें बदलेंगे। किंतु अब सत्ता में रहने पर केजरीवाल की ऐसी कौन सी मजबूरी चोरी को रोकने की बजाय आज खुद चोरी कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल ने अपने ही कैबिनेट के निर्णय को, जो 2016 में लिया था, उसे नजरअंदाज किया। उस कैबिनेट का निर्णय था कि हर साल डिस्कॉम का ऑडिट किया जाएगा, ताकि इसमें कोई घोटाला ना हो, लेकिन ऑडिट नहीं किया गया। जफऱ इस्लाम ने केजरीवाल पर कुछ पंक्तियां सुनाते हुए कहा, “अपनी सुविधाओं के लिए हर बार रंग बदल लेता हूं, वोट के लिए ईमान बदल लेता हूं। मेरा नाम है केजरीवाल, बिजली बिल को छुपाने के लिए झूठ का चोला पहन लेता हूं।”
वहीं, भाजपा दिल्ली प्रदेश के प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि ‘आप’ की सरकार जब आई थी तब केजरीवाल कहते थे कि हम दिल्ली के अंदर बिजली बिल माफ करेंगे और बिजली की दरें दिल्ली में सबसे कम होंगी। लेकिन साथ में ये भी बोलते थे कि ये जो दिल्ली के पावर डिस्कॉम हैं, वो सबसे बड़े चोर हैं।