नवरात्रि में सप्तमी तिथि का बड़ा ही महत्व होता है। इस दिन पूजा पंडालों में मां की विशेष पूजा होती है। इस कड़ी में दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर में सप्तमी तिथि पर माता कालका की आरती की गई। यहां पर यूं तो वर्ष भर भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन नवरात्रि के इन विशेष दिनों में लाखों की संख्या में भक्त आते हैं और माता के दर्शन करते हैं। इस बार यहां विशेष रूप से इंतजाम किए गए हैं क्योंकि बीते दो वर्ष नवरात्रि में कोरोना वायरस की वजह से काफी पाबंदियां लगीं थी।
नवरात्रि में लगातार कालकाजी मंदिर में भक्तों माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं और यह सिलसिला नवरात्र के सातवें दिन रविवार को भी जारी है। रविवार सुबह से ही कालकाजी मंदिर में माता रानी के दर्शन के लिए भक्त पहुंच रहें हैं। आज रविवार को नवरात्र के सप्तमी तिथि पर माता का विशेष फूलों से सुंदर श्रृंगार किया गया है और उनकी आरती की गई।
कालकाजी मंदिर को लेकर पौराणिक मान्यताएं हैं कि जगत जननी मां जगदंबा ने रक्तबीज का संहार करने के लिए मुंह का विस्तार किया था। माता का वही विस्तारित रूप कालकाजी मंदिर में स्थापित है जिसमें करोड़ों भक्तों की आस्था है। आज नवरात्र का सप्तमी तिथि है और आज माता के कालरात्रि रूप की पूजा अर्चना की जाती है।
नवरात्र को लेकर कालकाजी मंदिर में तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं। मंदिर में प्रवेश के लिए चार प्रवेश बनाए गए हैं और सुरक्षा के भी इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल की तैनाती के साथ ही सुरक्षा के अन्य इंतजाम भी किए गए हैं।