केंद्र सरकार द्वारा पीएफआई पर बैन का विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने स्वागत किया है।
बुधवार को जानकारी देते हुए विहिप ने बताया कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) भारत विरोधी विभिन्न रूप से गतिविधियों में संलिप्त कई जिहादी संगठनों को आर्थिक सहायता प्रदान करता है। छानबीन करने पर ऐसा पाया गया की पीएफआई कई वर्षों से भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त आतंकी संगठनों को भारत में आतंक फैलाने एवं अन्य गतिविधियों को चलाने के लिए उन संगठनों को आर्थिक सहायता मुहैया कराती थी।
यह काम कई वर्षों से चलता आ रहा था। जिसके कारण से भारत में आतंकी संगठनों ने हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया तथा पिछले कई वर्षों से भारत में बहुत ज्यादा जान माल का नुकसान हुआ एवं देश का माहौल बिगड़ गया। ऐसी आशंका की जा रही थी कि यह संगठन पूरे देश में संदिग्ध गतिविधियां चला रहा है।
इसका संज्ञान कई बार लिया गया परंतु कोई ठोस कार्यवाही ना होने के कारण पीएफआई अपना काम निरंतर करता रहा था। 30 जुलाई 2022 को दोपहर 2.30 बजे अंबेडकर भवन रानी झांसी रोड, करोल बाग में पीएफआई के द्वारा भारत विरोधी कार्यक्रम आयोजित किया जाना था, जिसमें 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएफआई द्वारा पूरे देश में वातावरण को खराब करने का कार्यक्रम बनाया जा रहा था जिससे देश की अखंडता पर आंच आने का खतरा बढ़ गया था
विहिप के दिल्ली प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता द्वारा 29 जुलाई 2022 को दिल्ली पुलिस आयुक्त, दिल्ली पुलिस मुख्यालय को एक पत्र लिखकर इस कार्यक्रम को रोकने का आग्रह किया गया था। जिससे पीएफआई की दिल्ली में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की कोशिश को रोका जा सके। विहिप दिल्ली प्रांत के प्रयासों के कारण पीएफआई को अपना वह कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था।
पिछले कुछ दिनों में पूरे देश में करीब 20 राज्यों के लगभग 105 स्थानों पर एनआईए द्वारा अचानक छापा पड़ने पर पाया गया की पीएफआई भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है, और उसके कई सदस्य है भारत विरोधी गतिविधियों में गिरफ्तार किए गए हैं।