कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा देने के बाद स्टूडेंट लाइफ का नया पड़ाव शुरू हो जाता है. यह कहना भी गलत नहीं होगा कि यहीं से करियर की नींव पड़ने की शुरुआत हो जाती है. सभी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा खत्म हो चुकी है. अभी उनके पास भविष्य के बारे में सोचने के लिए काफी वक्त है !
इस साल 10वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले ज्यादातर स्टूडेंट्स फिलहाल रिलैक्स मोड में हैं. वहीं, कुछ ने अभी से बोर्ड रिजल्ट की टेंशन लेना भी शुरू कर दिया है. दूसरी तरफ, कुछ ऐसे स्टूडेंट्स भी हैं, जिन्होंने 11वीं में सही स्ट्रीम का चयन करने के लिए करियर काउंसलर की सलाह लेना भी शुरू कर दिया है. अगर आपने भी इस साल 10वीं की बोर्ड परीक्षा दी थी तो जानिए खाली समय का सही इस्तेमाल करने के कुछ टिप्स और साथ ही सही स्ट्रीम चुनने का तरीका !
10वीं के बाद कैसे चुनें सही स्ट्रीम?
10वीं की बोर्ड परीक्षा के बाद सही स्ट्रीम चुनना काफी बड़ा फैसला माना जाता है. जानिए इसका चयन करते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए. आप चाहें तो अपने पेरेंट्स, टीचर्स या सीनियर्स की मदद भी ले सकते हैं.
1- भविष्य में आप क्या करना चाहते हैं, अब यह डिसाइड करने का समय आ चुका है. अपने मुख्य विषय और वैकल्पिक विषय भी उसी आधार पर चुनें. इसमें गलती न करें.
2- आप 11वीं में जिन विषयों की पढ़ाई करना चाहते हैं, अगर वे आपके मौजूदा स्कूल में उपलब्ध नहीं हैं तो दूसरे स्कूलों के ऑप्शन ढूंढना और वहां अप्लाई करना शुरू कर दें.
3- बोर्ड परीक्षा और नए सेशन के शुरू होने के बीच में जो समय है, उसका पूरा इस्तेमाल करें. इस दौरान अपने बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर कर लें. इससे 11वीं का सेशन शुरू होने पर परेशानी नहीं होगी.
4- समर वेकेशन एंजॉय करने के लिए गेमिंग जैसी चीजों में व्यस्त होकर अपना कीमती समय बर्बाद न करें. इससे बेहतर रहेगा कि आप 11वीं के सिलेबस की तैयारी शुरू कर दें.
5- अगर आपको लगता है कि 10वीं में किसी विषय में आपने अच्छे मार्क्स स्कोर नहीं किए होंगे तो कंपार्टमेंट परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर सकते हैं.
बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद क्या करें?
10वीं की बोर्ड परीक्षा खत्म होने और 11वीं का सेशन शुरू होने के बीच में 1 महीने का वक्त तो मिलता ही है. इस दौरान आप चाहें तो कोई हॉबी कोर्स या लैंग्वेज कोर्स जॉइन कर सकते हैं. 11वीं में आप जिस स्ट्रीम या स्कूल में एडमिशन लेना चाहते हैं, उसके बारे में थोड़ी जानकारी इकट्ठा कर लें. खुद को फिट रखें और पूरा दिन सिर्फ खेलने-कूदने, दोस्तों के साथ या फिल्में देखने में न व्यतीत करें !
आशा खबर / उर्वशी विश्वकर्मा