महाराष्ट्र के 12 जिलों में स्थित पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई ) के 20 ठिकानों पर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और एंटी टेरोरिस्ट स्कॉड (एटीएस) ने छापा मारकर अब तक देश विरोधी गतिविधियों में शामिल 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने पीएफआई के ठिकानों से भारी मात्रा में डिजिटल सबूत बरामद किये हैं।
एनआईए ने इस छापेमारी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और जीएसटी विभाग की टीम को भी शामिल किया है। एनआईए और एटीएस की गुरुवार को सुबह 4 बजे से शुरू हुई छापामार कार्रवाई को बेहद गोपनीय रखा गया है, इसलिए इस संबंध में अधिकृत जानकारी नहीं मिल सकी है। एनआईए की टीम पुणे में चार जगहों पर छापेमारी कर रही है। कोंढवा में पीएफआई नेता रजी अहमद खान के घर पर कार्रवाई की गई।
पुणे जिले से कल्लू शेख, रफी अहमद, और अली शेख की गिरफ्तारी की जानकारी मिली है। इसी तरह नवी मुंबई के नेरुल के सेक्टर 23 स्थित धारावे गांव में एनआईए की टीम ने तड़के 3 बजे पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की और सैफुरहमान सहित व उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। औरंगाबाद में एनआईए ने पीएफआई के पूर्व जिलाध्यक्ष सहित 3 जगह छापेमारी की और कैप्टन खान, परवेज खान व फैयाज अहमद को गिरफ्तार कर लिया है।
पीएफआई के नासिक जिले में स्थित मालेगांव में स्थित कार्यालय पर एनआईए ने छापा मारकर रजी अहमद और कयूम शेख को गिरफ्तार किया है। एनआईए की टीम ठाणे के मुंब्रा इलाके में, मुंबई, जलगांव, नांदेड़ बीड़, जालना, परभणि, कोल्हापुर सहित 12 जिलों में छापामारी कर रही है। कई संदिग्ध घटनाओं की आशंका को लेकर पीएफआई की ओर से अलर्ट मिलने के बाद यह कार्रवाई की जा रही है।
विवादित संगठन पीएफआई के तीन लाख फैमिली अकाउंट हैं। इनमें एक लाख बैंक अकाउंट पीएफआई से जुड़े लोगों के नाम पर हैं और दो लाख उनके रिश्तेदारों के नाम पर हैं। एनआईए सूत्रों ने दावा किया कि इन खातों में परिवार के भरण-पोषण के नाम पर कतर, कुवैत, बहरीन और सऊदी अरब से 500 करोड़ रुपये आए। देश विरोधी कृत्य करने के आरोप में नासिक में पीएफआई के कुछ सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।