केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि लम्पी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए केंद्र सरकार तैयार है, लेकिन पहले राज्य सरकार को इसे आपदा घोषित करना होगा। यह समय सियासत का नहीं है। यदि लम्पी की रोकथाम में गहलोत सरकार फेल है तो उसे स्वीकार करें, केंद्र सरकार हर प्रकार की मदद को तैयार है।
केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान बुधवार को जयपुर दौरे पर हैं। एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि केंद्र सरकार लम्पी स्किन रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए तैयार है, लेकिन पहले राज्य सरकार खुद इसे घोषित करें और हमें भेजें। बालियान ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं और उनका लंबा राजनीतिक अनुभव है। क्या उन्हें नहीं पता है कि राज्य के अपने संसाधन होते हैं, जिसमें एसडीआरएफ का फंड होता है और उसके बाद एनडीआरएफ का नंबर आता है। गोवंश के लिए यह समय वाकई संकट का है, इसलिए इस पर राजनीति छोड़ सब को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में लम्पी की समस्या गम्भीर है। वैसे तो देश के 15 राज्य पशुओं में लम्पी रोग से प्रभावित हैं, लेकिन ज्यादातर राज्यों में हालात कंट्रोल में है और इसमें कमी आई है। देश भर में 18.50 लाख गौवंश देश में लम्पी से पीड़ित हैं, दुर्भाग्य से इनमें से 12.50 लाख राजस्थान में हैं। हम मदद के लिए तैयार हैं। ये लड़ाई का वक्त बिल्कुल नहीं है। हम चाहते हैं कि वैक्सीनेशन ड्राइव हो। सब काम रोककर पूरे प्रदेश में वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए। आइसोलेशन सेंटर बनाए जाने चाहिए। इसके लिए जरूरत के मुताबिक धन और वैक्सीन केंद्र सरकार उपलब्ध कराने को तैयार है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जिम्मेदारी वैक्सीन सप्लाई करने की है। अभी भी राजस्थान में 30 लाख डोज पड़ी है, राजस्थान में मात्र 12 लाख वैक्सीन लगी है।