मशहूर अभिनेता अजय देवगन और सिद्धार्थ मल्होत्रा अभिनित फिल्म ‘थैंक गाड’ में भगवान चित्रगुप्त के चित्रण को लेकर देश के अलग-अलग जगहों से विरोध शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश में भी इस फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग करते हुए कुछ संगठन विरोध में उतर आए हैं। खासकर कायस्थ समाज धार्मिक भावनाओं को आहत करने की मांग करते हुए इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहा है। इस संदर्भ में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र भी लिखा है। मंत्री सारंग महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
फिल्म ‘थैंक गाड’ आगामी 24 अक्टूबर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने वाली है। बताया जा रहा है कि इस फिल्म में भगवान चित्रगुप्त को लेकर आप्तिजनक चित्रण किया गया है। इससे प्रदेश में कायस्थ समाज के साथ-साथ अन्य हिंदू संगठनों में नाराजगी देखने को मिल रही है। दो दिन पहले चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के भोपाल स्थित 74 बंगले निवास पर दो दिन पहले अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की बैठक हुई थी, जिसमें भोपाल सहित देश के अलग-अलग शहरों से अए थे।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेशाध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि फिल्म में समाज के आराध्य देव चित्रगुप्त आपत्तिजनक चित्रण किया गया है। इससे कायस्थ महासभा सहित हिन्दू संगठन नाराज हैं। आए दिन हिन्दू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक फिल्म बनाई जाती हैं, जो गलत है। कायस्थ महासभा के पदाधिकारी व सदस्य अब चुप नहीं बैठेंगे। भगवान चित्रगुप्त सिर्फ कायस्थ समाज के नहीं, वरन समस्त हिन्दू धर्म के आराध्य देव हैं। अखिल भारतीय कायस्थ महाससभा मप्र सहित पूरे देश में प्रदर्शन करेगी। किसी भी कीमत पर फिल्मों को चलने नहीं दिया जाएगा। यदि फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगा तो कायस्थ महासभा सिनेमा घरों में जाकर उग्र प्रदर्शन करेगी।
वहीं, मंत्री विश्वास सारंग ने मंगलवार देर शाम एक के बाद एक कई ट्वीट किए और लिखा कि बॉलीवुड फिल्म ‘थैंक गॉड’ में जिस तरीके से भगवान चित्रगुप्त महाराज पर अशोभनीय टिप्पणी की गई है, उससे हिंदू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। ऐसे दृश्यों का फिल्मांकन नहीं होना चाहिए। इस फिल्म को बैन किया जाना चाहिए। फिल्म ‘थैंक गाड’ में आपत्तिजनक और अभद्र सीन से पूरे हिंदू समाज में गुस्सा है। इस फिल्म पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जानी चाहिए। फिल्म ‘थैंक गाड’ में जिस तरह से हमारे आराध्यदेव का मजाक उड़ाया गया है, उससे समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। बॉलीवुड फिल्मों और ओटीटी पर लगातार हिंदू धर्मों का उपहास करना हिंदू विरोधी मानसिकता दर्शाता है। जिसका संपूर्ण हिंदू समाज विरोध करता है। उन्होंने इस संबंध में केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र लिखकर फिल्म को बैन करने की मांग की है।