मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख, घायलों के इलाज के दिए निर्देश
देवरिया शहर के अंसारी रोड में 80 साल पुराना मकान सोमवार लगभग तीन बजे भरभराकर गिर गया। मलबे में दबकर दिलीप, चांदनी व एक मासूम बच्ची पायल की मृत्यु हो गई। जानकारी पर पहुंची पुलिस व राहत कार्य की टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे मासूम सहित तीनों का शव निकाला। घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है और मृतक परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों का समुचित इलाज करवाने का भी दिशा निर्देश दिए हैं।
घटनास्थल पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। राहत व बचाव कार्य में जुटी टीमों को गली सकरी होने के कारण मलबा हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से तीनों शवों को मलबे से बाहर निकलने में सफलता पाई।
मौके पर मौजूद पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, उप जिलाधिकारी सदर सौरभ सिंह ने बताया कि पुराने मकान में किराए पर एक परिवार रहता था। सोमवार की भोर में लगभग 03 बजे मकान अचानक ध्वस्त हो गया, जिसमें सो रहे परिवार के तीन लोगों पर मलबा आ गया और वह सभी दब गए। चीख-पुकार के बाद मोहल्ले के लोग इकट्ठा हुए और प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। सूचना पर आई पुलिस व बचाव दल ने राहत कार्य शुरू किया।
10 मिनट पहले मकान से बाहर निकली थी वृद्धा
मकान में रहने वाली प्रभावती देवी उम्र (60 वर्ष) घटना से लगभग 10 मिनट पहले लघु शंका के लिए घर से बाहर निकल गई थीं। इस दौरान मकान भरभरा कर गिर गया और वह बच गई। हां, यह जरूर है कि ईंट का एक टुकड़ा उनके सिर पर गिरने से वृद्ध महिला को हल्की चोटें आ गई।