अभियान की सफलता को निकली जन जागरूकता रैली, जिलाधिकारी ने दिखाई हरी झंडी
पल्स पोलियो अभियान में पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी। इसकी शुरुआत रविवार को होगी। जन जागरूकता के लिए के लिए शुक्रवार को स्कूली बच्चों और स्वास्थ्य कर्मियों ने नगर पालिका इंटर कॉलेज से एक जन जागरूकता रैली निकाली। रैली को औरैया जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने हरी झण्डी दिखाकार रवाना किया।
जागरूकता रैली शहर के विभिन्न इलाकों से गुजरते हुए जिला संयुक्त चिकित्सालय तक पहुंची। जिलाधिकारी ने सभी अभिभावकों से अपने बच्चे को पल्स पोलियो ड्राप पिलाने की अपील की। एक भी बच्चा छूट गया संकल्प हमारा टूट गया स्लोगन से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का आह्वान किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के प्रति जागरुकता के लिए यह रैली निकाली गई है। उन्होंने बताया कि रविवार से जनपद में छह दिवसीय सघन पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत हो रही है। पल्स पोलियो अभियान में इस बार जनपद के 2 लाख 58 हजार 913 बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। पोलियो अभियान के दौरान कोल्ड चैन उपकरणों को दुरुस्त रखने के लिए सभी चिकित्सा अधिकारियों व कर्मचारियों को लगाया गया है।
एएनएम से कहा गया है कि वह गांवों में संबंधित प्रधानों से बूथ दिवस का उद्घाटन कराएं। उनका सहयोग लेकर बूथ दिवस के दिन प्रभात फेरी निकलवाएं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र और नगरीय क्षेत्र में कुल 824 बूथ बनाए जाएंगे, जो बच्चे बूथ दिवस पर दवा पीने से छूट जाएंगे। उन्हें स्वास्थ्य विभाग की 442 टीमें 19 सितंबर से 23 सितंबर (सोमवार से शुक्रवार) तक घर-घर जाकर दवा पिलाने का काम करेगी। इसके बाद भी जो बच्चे छूट जाएंगे, उन्हें 26 सितंबर सोमवार को दवा पिलाई जाएगी। 41 ट्रांजिट टीमें भी लगेंगी। ये टीमें बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, टैक्सी स्टैंड, विभिन्न चौराहों व अन्य सार्वजनिक जगहों में सक्रिय रहकर बच्चों को दवा पिलाएंगी। इसके अलावा 18 मोबाइल टीमें लगाई गई हैं। टीमों पर नजर रखने के लिए 158 सुपरवाइजर तैनात किए गए है। 2 लाख 58 हजार 162 घरों तक पहुंच का लक्ष्य रखा गया है।
रैली में जिलाधिकारी सहित मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व आरसीएच नोडल डॉ शिशिर पुरी, डिप्टी सीएमओ सहित कई चिकित्सा अधिकारी, यूएनडीपी और यूनिसेफ के प्रतिनिधि, एनएनएम, एनसीसी कैडेट, आशा, सेविका, सहायिका व विद्यालय के शिक्षक और और छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित थे।