उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि सरकारी भर्तियों में हुए घोटाले को लेकर सरकार को शीघ्र ही विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने चाहिए। यह भी स्पष्ट करना चाहिए की सरकार ने ब्लैकलिस्ट कम्पनी को परीक्षा कराने की जिम्मेदारी क्यों दी।
हल्द्वानी में नैनीताल रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड में नौकरियों में घोटालों की देशभर में चर्चा है। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि सरकार विधानसभा का दो दिन का विशेष सत्र बुलाये। सरकार को यह भी स्पष्ट करना होगा कि हाकम सिंह किस पार्टी का सदस्य है किन नेताओं से उसका सम्पर्क था। सवाल किया कि एसटीएफ की कार्यवाही क्या अंजाम तक पहुंचेगी, क्या सभी दोषी गिरफ्तार होंगे। दावा किया कि आज भी फर्जी प्रमाण पत्र लेकर उत्तराखंड में की लोग नौकरी कर रहे है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि धीरे धीरे नौकरी घोटाले के मामले को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा। पुरानी जांचों के मामलों में भी आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। सवाल यह है कि एसआईटी क्या बड़े चेहरों के खिलाफ कार्रवाई कर पायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार सीबीआई जांच क्यों नहीं करवा रही है। उन्होंने मांग की कि हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में हो इसकी जांच कराई जाए।
यशपाल भू कानून को लेकर भी सरकार पर खूब बरसे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जल्दबाजी में भू कानून बनाना चाहती है। प्रदेश में कई जगह सरकारी भूमि की बंदरबांट की गई है। जरूरत इस बात की है कि भूमि बंदरबांट में शामिल लोगों के नाम सार्वजनिक किए जाए। उन्होंने हरिद्वार के जहरीली शराब से हुई मौतों पर क्यों बड़ी कार्यवाही नहीं होने पर भी चिंता जताई। प्रेस कांफ्रेंस में हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।