विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन की गतिविधियों के अलावा अन्य सदस्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए मोदी की उज्बेकिस्तान यात्रा पर एक विशेष ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन की गतिविधियों के अलावा उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति और ‘कुछ अन्य नेताओं’ के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
पत्रकारों द्वारा अन्य नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी की द्विपक्षीय बैठकों के संबंध में पूछे जाने पर विदेश सचिव ने कहा कि जब प्रधानमंत्री की इन द्विपक्षीय बैठकों का कार्यक्रम सामने आएगा, तो हम आपको इससे अवगत कराते रहेंगे।
शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के बारे में जानकारी देते हुए क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव के निमंत्रण पर गुरुवार शाम समरकंद की 24 घंटे की यात्रा के लिए रवाना होंगे। प्रधानमंत्री का शुक्रवार सुबह शिखर सम्मेलन में भाग लेने का कार्यक्रम है।
विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 22वीं बैठक में भाग लेंगे। वह 2017 में इसके पूर्ण सदस्य बनने के बाद से हर साल एससीओ में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। क्वात्रा ने कहा कि 2020 और 2021 में प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल फॉर्मेट में हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद हैं कि एससीओ शिखर सम्मेलन में सामयिक, क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के सुधार व विस्तार, क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति के साथ ही क्षेत्र में हमारे सहयोग को शामिल किया जाएगा, जिसमें संपर्क को मजबूत करना व क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देना शामिल है।