पाकिस्तान जाने वाले सिख श्रद्धालुओं को इस बार वहां के अधिकारियों द्वारा दिए जाने भोज तथा पार्टियों से दूर रहना होगा। इस आशय का एक पत्र गृह मंत्रालय ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को भेजा है। इस पत्र में एसजीपीसी से अपेक्षा की गई है कि वह पंजाब के सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान जाने से पहले इस बारे में जागरूक करे।
गृह मंत्रालय ने कहा कि पंजाब अथवा भारत से पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालु पाकिस्तान में किसी भी अधिकारी या पाकिस्तानी नागरिकों की मेहमाननवाजी का हिस्सा न बनें। अगर किसी व्यक्ति के बारे में इस तरह की रिपोर्ट मिलती है तो उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।
हर साल पंजाब से बड़ी संख्या में संगत गुरुधामों के दर्शनों के लिए पाकिस्तान जाती है। शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह की बरसी के मौके पर 300 से अधिक श्रद्धालुओं का एक जत्था 21 जून को गुरुद्वारा ननकाना साहिब के लिए रवाना होगा। यह जत्था पहले अमृतसर स्थित दरबार साहिब में नतमस्तक होगा। उसके बाद पाकिस्तान रवाना होगा।
सिख श्रद्धालुओं का यह जत्था 22 जून को जत्था ननकाना साहिब से गुरुद्वारा सच्चा सौदा और 24 जून को गुरुद्वारा पंजा साहिब जाएगा। जत्था 27 जून को गुरुद्वारा डेहरा साहिब लाहौर पहुंचेगा और 30 जून को भारत लौटेगा। एसजीपीसी के सचिव डा. परमजीत सिंह सरोया ने शुक्रवार को बताया कि गृह मंत्रालय का पत्र एसजीपीसी को मिल गया है। उनके अनुसार सभी श्रद्धालुओं को गाइडलाइन जारी की जा रही है।