ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी प्रकरण में सोमवार अपराह्न आने वाले न्यायालय के फैसले के मद्देनजर शहर में सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया गया है। अदालत के निर्णय से पहले वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस और प्रशासन अलर्ट है।
शहर के चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात की गई है। वाराणसी जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में 250 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और पूरी कचहरी सुरक्षा बलों के हवाले कर दी गई है। कचहरी परिसर को अभेद्य सुरक्षा घेरे में तब्दील कर दिया गया है। सुरक्षा की कमान खुद पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने संभाली है। वह कचहरी और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में स्वयं प्रत्येक ड्यूटी पॉइंट्स का निरीक्षण कर रहे हैं। अपने टीम के अफसरों को मौके पर ब्रीफिंग कर रहे हैं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में कमांडों ने भी सुरक्षा व्यवस्था का मोर्चा संभाल ली है।
कचहरी परिसर में अपर पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह एवं डीसीपी वरूणा जोन आरती सिंह ने सम्पूर्ण कचहरी परिक्षेत्र का पैदल भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान एसीपी ने सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस अधिकारियों को संदिग्ध वाहनों, संदिग्ध व्यक्तियों, अन्य संदिग्ध परिस्थितयों पर निरन्तर सतर्क दृष्टि रखने का निर्देश दिया।
आरएफ की तीन कंपनियां संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त करती दिखीं। वाराणसी कमिश्नरेट क्षेत्र को अलग.अलग सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा की योजना बनाई गई है। संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस के साथ पीएसी व आरएफ के जवानों को तैनात किया गया है। पीआरवी को लगातार भ्रमण करने का निर्देश दिया गया है।
क्यूआरटी गठित की गई है, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। सभी थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने थाना क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए सक्रियता बनाए रखें। थानेदार अपनी टीम के साथ सड़कों और गलियों में भी गश्त कर रहे हैं।