बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के ऊपर एक नया दबाव तंत्र सक्रिय होने से राजस्थान में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल रहा है। राजधानी जयपुर में उमस आमजन को परेशान कर रही है। बीती शाम कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन इससे उमस बढ़ गई। जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक सोमवार शाम तक जयपुर, अजमेर, दौसा, अलवर, झुंझुनूं, सीकर, चूरू, बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, नागौर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सिरोही, जालोर जिले में बारिश होने की संभावना है। सोमवार सुबह तक सबसे ज्यादा बारिश अजमेर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, नागौर, पाली, सिरोही, टोंक, उदयपुर में बारिश हुई।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान में मानसून के दौरान एक जून से आठ सितम्बर तक कुल 546.3 मिलीमीटर बारिश हुई। जबकि सामान्य तौर पर 402.5 मिलीमीटर बारिश होती है। यह औसत से 36 प्रतिशत ज्यादा है। पश्चिमी राजस्थान में 427.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। जबकि सामान्य बारिश 262.7 मिलीमीटर होती है। पश्चिम राजस्थान में 63 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना अति कम दबाव का क्षेत्र सोमवार को तीव्र होकर डिप्रेशन में परिवर्तित हो चुका है तथा वर्तमान में यह ओड़िसा व छत्तीसगढ़ के आसपास के क्षेत्रों के ऊपर स्थित है। इस तंत्र के अगले 24 घंटों में पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश की तरफ आगे बढ़ने तथा धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है। आगामी 13, 14 व 15 सितंबर को असर उक्त जिलों में प्रभावी होगा। इस दौरान इन संभागों के अधिकतर भागों में हल्की से मध्यम बारिश व कहीं कहीं भारी बारिश होने की भी संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में बाड़मेर, चूरू, जैसलमेर, बीकानेर, फलौदी का पारा नए रिकॉर्ड बना रहा है। यहां पारा 38 डिग्री के करीब और इसके पार भी पहुंच चुका है।