आरआरटीएस कॉरिडोर पर निर्माण स्थलों का किया दौरा
एशियन डेवलेपमेंट बैंक (एडीबी) के उपाध्यक्ष शिक्सिन चेन ने शनिवार को अपने एक दिवसीय दौरे में दुहाई डिपो में स्थापित सेंटर ऑफ इनोवेशन ”अपरिमित” का उद्घाटन किया। उन्होंने एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह और एडीबी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के विभिन्न निर्माण स्थलों का भी दौरा किया।
श्री चेन ने सराय काले खां और आनंद विहार स्टेशन का दौरा करते हुए मल्टी-मॉडल-इंटीग्रेशन (एमएमआई) के लिए एनसीआरटीसी द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रयासों की सराहना की। एमएमआई के मूल सिद्धांत का पालन करते हुए इन स्टेशनों को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि इन्हें सार्वजनिक परिवहन के अन्य मौजूदा साधनों से निर्बाध रूप से जोड़ा गया है। इन अत्यधिक कैपिटल-इंटेन्सिव परियोजनाओं के लिए आवश्यक बेहतर राइडरशिप और लॉन्ग-टर्म सस्टेनेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए नेटवर्कों का एक विशाल नेटवर्क तैयार करेगा। .
एडीबी ने आनंद विहार में ”सुदर्शन” (टनल बोरिंग मशीन) की कार्य पद्धति को भी देखा, जहां वर्तमान में तीन टीबीएम टनल बोरिंग के काम में रात-दिन लगी हुई हैं। यात्रियों की सुलभ एवं सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए इस स्टेशन को रणनीतिक रूप से मौजूदा परिवहन साधनों के पास निर्मित किया गया है। सभी गणमान्य अतिथियों ने एनसीआरटीसी द्वारा नवीनतम तकनीकों, रणनीतिक योजना और प्रगतिशील तरीकों का उपयोग कर सभी चुनौतियों पर काबू पाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया कि एनसीआरटीसी वर्चुअल रिएलिटी, ऑग्मेंटेड रिएलिटी, बिल्डिंग इन्फॉर्मेशन मॉडलिंग आदि जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग परिचालन दक्षता के साथ-साथ प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए भी कर रहा है। यह सेंटर फॉर इनोवेशन आरआरटीएस कॉरिडोर के डिज़ाइन, विकास और संचालन के लिए नवीनतम तकनीकें उपलब्ध कराएगा।
विनय कुमार सिंह ने कहा, एडीबी जैसे विश्वसनीय भागीदार के साथ एनसीआरटीसी ने न केवल यात्री केंद्रित परियोजनाओं की योजना बनाई है और उन्हें लागू कर रही है बल्कि शहरी परिवहन के क्षेत्र में समग्र क्षमता विकास का निरंतर नेतृत्व कर रहा है। आरआरटीएस का आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय प्रभाव दीर्घकालिक है और एनसीआरटीसी द्वारा उन्नत तकनीकों को अपनाना इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।