महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बप्पा की विदाई के अंतिम दिन भी सड़कों पर जनसैलाबउमड़ रहा है। धूमधाम से विशाल प्रतिमाओं को समुद्र तटों पर ले जाया जा रहा है। इस बार कोरोना से राहत के कारण दो साल बाद धूमधाम से यह पर्व मनाया गया। 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी पर मूर्ति स्थापना के बाद 10 दिनों तक उनका हर्षोल्लास से पूजन किया गया।
वहीं अंतिम दिन भी लालबागचा राजा को विदा करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती दिख रही है। गणेश प्रतिमाओं की स्थापना अपनी मान्यता के अनुसार एक दिन से लेकर तीन दिन, पांच दिन, सात दिन और नौ दिन तक की जाती है। दसवें दिन यानी अनंत चतुदर्शी के मौके पर उनका विसर्जन किया जाता है। इस मौके पर कामना की जाती है कि लोक कल्याण के लिए हे गणनायक अगले बरस जल्दी आना।