विश्व भर में 1 लाख भक्त एक ही समय में डिजिटल रूप से लेंगे संकल्प
विश्व शांति और आतंकवाद के समापन के लिए 11 सितम्बर को धर्म नगरी काशी में बड़े ऑनलाइन रुद्राभिषेक के आयोजन की तैयारी है। इसमें विश्व भर से एक लाख भक्त डिजिटल भागीदारी करेंगे। गोलघर स्थित पराड़कर भवन में शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में ये जानकारी रूद्राभिषेक आयोजन से जुड़े गौरव त्रिपाठी एवं रश्मि सामंत ने संयुक्त रूप से दी।
आयोजकों ने बताया कि विश्व आज युद्ध, आतंकवाद, महामारी, भूख और आर्थिक अनिश्चितता के रूप में बहुत सारी चुनौतियों का सामना कर रहा है। हमारे शास्त्रों के अनुसार महादेव शिव यदि प्रसन्न हैं तो सभी जीवों के लिए सभी बुराइयों और कष्टों को दूर कर सकते हैं। इसी उद्देश्य से विश्व शांति, मानवता के कल्याण और आतंकवाद के खात्मे की प्रार्थना के लिए विश्व के सबसे बड़े ऑनलाइन रुद्राभिषेक का आयोजन कर रहे हैं। 11 सितंबर, 2001 विश्व के इतिहास के लिए एक दुखद तारीख है। खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए। यह न्यूयॉर्क शहर पर क्रूर आतंकवादी हमले को इंगित करता है जिसमें हजारों निर्दोष लोग मारे गए थे।
11 सितंबर 1893 को शिकागो में स्वामी विवेकानंद का भाषण एक अलग घटना थी। हिंदुओं ने स्वामी विवेकानंद के माध्यम से आधुनिक विश्व में अपनी उपस्थिति की घोषणा युद्ध के नारे या आतंकवादी हमले के साथ नहीं बल्कि विश्व शांति, धर्मों के बीच सम्मान और योग और वेदांत के सम्मान के साथ-साथ मानवता के सभी आध्यात्मिक पथों के साथ की। आयोजकों ने कहा कि जहां 9/11 का आतंकवादी हमला हिंसा और घृणा का आह्वान था।
वहीं स्वामी विवेकानंद का आह्वान असहिष्णुता और शोषण को समाप्त करना था, जैसे कि भारत ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के अधीन था। हम लोगों ने विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद के 1893 के भाषण के 129 वर्षों के उपलक्ष्य में और संयुक्त राज्य अमेरिका में 9/11 के आतंकवादी हमलों के सभी पीड़ितों को याद करने, शांति का संदेश फैलाने के लिए 11 सितंबर 2022 का दिन रूद्राभिषेक के लिए चुना।