सूखे से प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा निर्णय लिया है। उन्होंने प्रदेश में सूखे के स्थिति को लेकर सर्वेक्षण का आदेश दिया है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक-एक टीम इसके लिए काम करेगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के बड़ी संख्या में किसान सूखे की मार झेल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों से एक सप्ताह के भीतर सूखे की स्थिति और उससे प्रभावित होने वाले किसानों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। हिदायत दी गयी है कि लापरवाही बरतने और देरी होने पर जिलाधिकारी जवाबदेह होंगे।
उल्लेखनीय है कि, उत्तर प्रदेश के 62 जिलों में औसत से कम बारिश हुई है। मुख्यमंत्री योगी ने किसानों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए बड़ा कदम उठाया है। सूखे से प्रभावित जिलों में लगान स्थगित रहेंगे। ट्यूबवेल के बिजली बिल की वसूली भी स्थगित रहेगी। साथ ही ट्यूबवेल कनेक्शन भी नहीं काटे जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने दलहन, तिलहन और सब्जी के बीज किसानों को उपलब्ध कराने के निर्देश हैं। सिंचाई विभाग सिंचाई के लिए नहरों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। बिजली विभाग को ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं ताकि प्रभावित किसानों को राहत मिल सके। किसान अपनी फसलों की सिंचाई समय से कर सकें।