झारखंड विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र के दौरान सोमवार को हेमंत सोरेन सरकार ने सदन में विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया। 48 मतों के साथ सदन में विश्वास मत पारित हुए। प्रस्ताव के विरोध में किसी ने भी मत नहीं दिया।
हेमंत सोरेन सरकार ने मत विभाजन के बाद विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया। विश्वास मत के पक्ष में 48 मत पड़े और विपक्ष में 0 मत प्राप्त हुए। इसके साथ ही स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने सभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।
विपक्ष द्वारा विश्वास मत लाने के पीछे का कारण पूछा, जिसपर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जवाब देते हुए कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही भाजपा लोकतंत्र को बेचने का काम कर रही है। इसे देखते हुए हमारी सरकार ने यह विश्वास मत प्रस्ताव लाने का काम किया है।