दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल सरकार लोकतंत्र की हत्या करते हुए विपक्ष के साथ तानाशाहीपूर्ण रवैया अपना रही है।
बिधूड़ी ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि लगातार चौथे दिन भी दिल्ली विधानसभा में विपक्ष को अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया गया। दुनिया में ऐसा कहीं कोई उदाहरण नहीं मिलता जहां किसी भी सदन को चलते चार दिन हो गए हो गए हों लेकिन उसमें जनता की किसी समस्या, किसी मुद्दे या जनता से संबंधित किसी योजना पर चर्चा हुई हो। उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल से पूछा है कि आखिर वह जनता के सवालों से क्यों भाग रहे हैं।
बिधूड़ी ने कहा कि विधानसभा के सत्र पर जनता का 77 करोड़ रुपया खर्च होता है और जनता की यह आशा और अभिलाषा होती है कि उसके प्रतिनिधि मिल-बैठकर उसकी समस्याओं का हल निकालेंगे और उसे सुविधाएं प्रदान करने के योजनाएं बनाएंगे लेकिन केजरीवाल सरकार ने दिल्ली विधानसभा को सिर्फ अपनी राजनीति का मंच बना लिया है। यहां तक कि वह विपक्ष के द्वारा जनता के सवालों का जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझती। इस समय दिल्ली की जनता शराब घोटाले के साथ-साथ शिक्षा घोटाले, डीटीसी घोटाले और दिल्ली जल बोर्ड घोटाले पर सरकार से सवाल पूछ रही है। दिल्ली की ट्रांसपोर्ट की स्थिति भी बदतर हालत में है क्योंकि डीटीसी की 3760 बसें अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं और जनता की सुरक्षा को ताक पर रखकर उन्हें चलाया जा रहा है। दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी का कलंक झेल रही है। दिल्ली देहात की समस्याओं पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। दिल्ली का विकास भी पूरी तरह उपेक्षित है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष जनता की इन समस्याओं पर विधानसभा में चर्चा चाहता है और इसीलिए भाजपा के विधायकों ने इन चार दिनों में जनता के सवालों का जवाब जानने के लिए विभिन्न विषयों पर चर्चा के नोटिस दिए हैं लेकिन चर्चा के लिए स्वीकार किए जाने के बाद भी उन्हें इन मुद्दों पर विधानसभा में चर्चा की अनुमति नहीं दी गई। चारों दिन जब भी विपक्ष ने इन विषयों पर चर्चा का आग्रह किया तो उन्हें सदन से बाहर निकलवा दिया गया। यह तानाशाही और मनमानी की पराकाष्ठा होने के साथ-साथ लोकतंत्र की सरेआम हत्या है। बिधूड़ी ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि सत्तापक्ष के विधायक सदन में नारेबाजी कर रहे हैं, वेल में आकर धरने दे रहे हैं और अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करने की बजाय विपक्षी भाजपा विधायकों को निष्कासित किया जा रहा है।
बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल से कहा है कि वह विधान सभा में आकर विपक्ष के सवालों का जवाब दें और बताएं कि आखिर दिल्ली से जुड़े मुद्दों को विधानसभा में उठाने की अनुमति क्यों नहीं है और उनकी सरकार इन मुद्दों पर चर्चा से क्यों भाग रही है।