राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सभी सात सांसदों ने बुधवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिख कर आम आदमी पार्टी की ओर से ‘ऑपरेशन लोटस’ को लेकर लगाए गए आरोपों की जांच की मांग की है।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में लोकतंत्र की जड़ पर बड़ी चोट पहुंच रही है। दिल्ली के सभी सात सांसद जनता के सवालों को उठा रहे हैं और केजरीवाल सरकार के एक के बाद एक कई घोटाले उजागर हो रहे हैं। तिवारी ने आगे कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली की जनता के सवालों का जवाब नहीं दे पा रही है। उन्होंने कहा कि हम ये गारंटी चाहते हैं कि जो घोटाले हुए हैं, उस धनराशि को वापस दिल्ली के खजाने में वापस लाया जाए।
दिल्ली के सभी सातों सांसदों के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मनोज तिवारी ने कहा कि हम सभी हजारों करोड़ के आबकारी घोटाले को लेकर सवाल पूछते हैं तो उपराज्यपाल पर आरोप लगा दिया गया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधायकों को खरीदने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसदों ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर केजरीवाल सरकार और आम आदमी पार्टी के आरोपों की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को गिराने, विधायकों की खरीद फरोख्त करने जैसे आरोपों की फॉरेंसिंक जांच की जाए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के जिन-जिन विधायकों को फोन गया है, उन सबके फोन की जांच की जाए। तिवारी ने यह भी सवाल किया कि जब मनीष सिसोदिया का फोन सीबीआई ने जब्त किया था, तब उनको निजी तौर पर भाजपा का फोन कब आया।
सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि भाजपा की ओर से 20 करोड़ की पेशकश किए जाने का दावा करने वाले आम आदमी पार्टी के विधायकों का लाई डिटेक्टर टेस्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये आरोप आबकारी घोटाले से ध्यान हटाने के लिए हैं।