50 से अधिक फुंक गए ट्रांसफार्मर, कई गांवों की बिजली भी गुल
यमुना और बेतवा नदियों की बाढ़ से पावर कारपोरेशन को बड़ा झटका लगा है। बाढ़ग्रस्त दर्जनों गांवों में पचास से अधिक ट्रांसफार्मर धड़ाम हो गए है। वहीं, विद्युत पोल और केबिल को भी नुकसान पहुंचा है। बाढ़ की जद में आए सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त हो गए है। बाढ़ की विभीषिका को लेकर तमाम गांवों में बिजली गुल रही। अभी भी आधा दर्जन से अधिक गांव और डेरे बिजली न होने से अंधेरा में तब्दील है।
जनपद में अबकी बार यमुना और बेतवा नदियों की बाढ़ ने पिछले कई दशकों के रिकार्ड तोड़े है। नदियों के दोनों तटबंधों ने बाढ़ के सैलाब को आखिरी दौर तक रोके रखा वर्ना पूरा शहर ही बाढ़ के पानी में जलमग्न हो जाता। दोनों नदियों की उफान में तटवर्ती मेरापुर, केसरिया का डेरा, जरैली मड़ईयां, भोला का डेरा, भिलांवा, सिडऱा टिकरौली, अमिरता,चंदुलीतीर सहित दर्जनों गांव बाढ़ के पानी में घिर गए थे। वहीं, शहर के अंदर खालेपुरा, पुराना जमुना घाट, डिग्गी, रमेड़ी डांडा व पुराना बेतवा घाट के अलावा गौरादेवी मुहाल में सैकड़ों घर पानी से जलमग्न हो गए थे।
कई दिनों तक सैकड़ों लोग बाढ़ के पानी में घिरे रहे। हजारों ग्रामीणों को घर छोड़कर प्रशासन के बाढ़ राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी। हजारों लोग अभी भी हाइवे किनारे डेरा डाले है। बाढ़ को लेकर पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री राकेश सचान व राजस्व राज्यमंत्री अनूप प्रधान ने यहां दौरा कर राहत सामग्री बांटी थी। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर राहत शिविरों में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की थी। अब गुरुवार को केन्द्रीय राज्यमंत्री साध्वीं निरंजन ज्योति बाढग़्रस्त गांवों का दौरा करेगी, जिसके लिये यहां तैयारी शुरू हो गई है।
पचास से अधिक बाढ़ के पानी में डूब गए विद्युत ट्रांसफार्मर
पावर कारपोरेशन के अधिशाषी अभियंता सुमित व्यास ने बताया कि यमुना और बेतवा नदियों में बाढ़ के कारण दर्जनों गांवों में विद्युत ट्रांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा है। गांवों में विद्युत पोल और केबिल भी क्षतिग्रस्त हुई है। बताया कि बाढ़ग्रस्त गांवों और शहर के मुहल्लों में बिजली सप्लाई बंद कराई गई थी। अब नदियों में बाढ़ का पानी घटने के कारण बंद गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल कराई जा रही है। फिर भी अभी आधा दर्जन से अधिक इलाकों में बिजली सप्लाई बंद है। बताया कि छोटे और बड़े 50 से अधिक ट्रांसफार्मरों को बड़ा नुकसान बाढ़ के कारण पहुंचा है। जल्द ही टीम बनाकर बाढ़ग्रस्त इलाकों में हुए नुकसान का सर्वे कराया जाएगा।
बाढ़ में गांवों की सड़केें बही, गांवों में ढाई सौ घर क्षतिग्रस्त
यमुना और बेतवा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से कई मीटर नीचे आने के बाद अब गांवों में तबाही का मंजर दिखने लगा है। मेरापुर और भिलांवा गांव में सड़के कई जगह से कट गई है। वहीं संगमेश्वर मंदिर जाने वाला रोड भी बह गया है। बाढ़ग्रस्त गांवों की सीसी रोड भी धंस गई है। दैवीय आपदा के विशेषज्ञ प्रियेश ने बताया कि बाढ़ में ढाई सौ घर क्षतिग्रस्त हो गए है वहीं अन्य विभागों की सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचा है जिसके लिए विभागों को सर्वे कराने के लिए पत्र भेजा जा रहा है। बताया कि शासन से 74 लाख रुपये मिला है और अब तीन करोड़ रुपये के फंड की डिमांड शासन से की गई है।