चीन-ताइवान के बीच तनाव घटने के बजाय लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ताजा कड़ी में ताइवान रक्षा मंत्रालय ने रविवार को घोषणा की कि उसके सैनिक घुसपैठ करने वाले चीनी ड्रोन को मार गिराएंगे जोकि चेतावनी के बाद भी उसकी सीमा पर प्रवेश करेंगे या अधिक फुटेज लेने का प्रयास करेंगे। ताइवान ने सीमा के आसपास कई चीनी ड्रोन दिखने के बाद यह घोषणा की है।
चीनी सोशल मीडिया वीबो पर हाल के दिनों में कुछ फोटो और वीडियो फुटेज सामने आए हैं जिसमें चीनी ड्रोन ताइवान के हवाई क्षेत्र का खुले तौर पर उल्लंघन कर रहे हैं और ताइवान के सैनिकों के क्लोज-अप फुटेज ले रहे हैं। एक मामले में ड्रोन पर पत्थर फेंकते हुए भी देखा जा सकता है। सबसे ताजा घटना 27 अगस्त की है जिसमें एक चीनी ड्रोन ने किनमेन काउंटी के लियू टाउनशिप में तैनात ताइवानी सैनिकों के फुटेज को कैप्चर किया।
किनमेन डिफेंस कमांड ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार, सैनिकों ने ड्रोन पर चेतावनी फ्लेयर्स दागे और निगरानी और सतर्कता को बनाए रखा। इसके बाद के लिए चीन को चेतावनी दी गई कि भविष्य में ड्रोन घुसपैठ करता है तो सेना ड्रोन को सीमा से बाहर करने के लिए जरूरी कदम उठाएगी। पहले चेतावनी के तौर सीटी बजाना, रेडियो चेतावनी प्रसारित करना और फायरिंग सिग्नल भड़कना, लेकिन अगर यूएवी बाहर नहीं जाता है तो उसको नष्ट कर दिया जाएगा।
ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) ने कहा कि बेस और विमानन सुरक्षा और युद्धकालीन रक्षा क्षमताओं में सुधार के लिए वर्ष 2022 से 2026 तक ताइवान में 45 सुविधाओं के साथ रिमोट-नियंत्रित ड्रोन-विरोधी रक्षा प्रणाली तैयार करेगा। जानकारी के अनुसार ड्रोन रक्षा प्रणालियों को तैयार करने के लिए बिलियन 141 मिलियन अमेरिकी डॉलर आवंटित किया गया है।
वर्ष 2023 में, एमएनडी ड्रोन रक्षा प्रणालियों के पांच सेट और 232 जैमर गन हासिल करेगा जिसमें बाहरी द्वीपों पर सैन्य सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।