कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उन्हें कांग्रेस ने पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था। अब इस पार्टी को उनकी जरूरत नहीं थी। इसलिए उन्होंने कांग्रेस जिसको वह अपना घर मानते थे उससे नाता तोड़ना ही उचित समझा। आजाद ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा उनकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से किसी तरह की सांठगांठ नहीं है। यह सवाल उनसे (राहुल गांधी) जरूर पूछा जाना चाहिए जिन्होंने संसद में अपना भाषण समाप्त करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के गले लग गए थे।
आजाद ने कहा कि इस समय कांग्रेस ऐसे लोगों से घिर चुकी है। जिनको पार्टी के भविष्य से कोई मतलब नहीं है। यहां न सच को सुना जाता है और न ही स्वीकार किया जाता है। इस पार्टी को कुछ लोग लगातार खोखला करने में जुटे हैं। आजाद ने कहा कि अब इस पार्टी में सच कहने वालों को दंडित किया जाता है और चापलूसी करने वाले लोगों को बढ़ाया जाता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उन पर जो आरोप लगाए हैं वह बेबुनियादी हैं। उनका भाजपा से कोई सांठगांठ नहीं है। उन्होंने कहा कि जयराम रमेश को अपना डीएनए जरूर चेक कराना चाहिए। वह देखें कि उनका डीएन किस-किस पार्टी में रहा है।
उल्लेखनीय है कि आजाद के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा था कि आजाद ने कांग्रेस को धोखा दिया है क्योंकि उनका डीएनए ‘मोदी-फाइड’ है।