Search
Close this search box.

अवस्थी के सेवा विस्तार पर सस्पेंस बरकरार: 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो रहे एसीएस गृह, नए मुखिया पर कयासों का दौर

Share:

सूत्रों का कहना है कि मौजूदा अवस्थी कोएक वर्ष के सेवा विस्तार देने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन शीर्ष स्तर पर इस पर सहमति नहीं बन सकी। जिसके बाद अब तीन महीने के सेवा विस्तार के कयास लगाए जा रहे हैं। निर्णय केंद्र से होना है, इसलिए यहां कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। उनके सेवा विस्तार की भी अटकलें हैं। लेकिन, अभी तक केंद्र से इसे लेकर कोई पत्राचार प्रदेश सरकार से नहीं किया गया है। इस वजह से सेवा विस्तार की संभावना भी कम बताई जा रही है। अब दो दिन बाद गृह विभाग का मुखिया कौन रहेगा इसको लेकर सस्पेंस बना हुआ है।

सूत्रों का कहना है कि मौजूदा अवस्थी कोएक वर्ष के सेवा विस्तार देने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन शीर्ष स्तर पर इस पर सहमति नहीं बन सकी। जिसके बाद अब तीन महीने के सेवा विस्तार के कयास लगाए जा रहे हैं। निर्णय केंद्र से होना है, इसलिए यहां कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।

उधर, अवस्थी को सेवा विस्तार नहीं मिला तो गृह विभाग का अगला मुखिया कौन होगा, इसके भी कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं। चर्चा है कि एसीएस स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार, सूचना विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद और नगर विकास के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात में से किसी एक को गृह विभाग की कमान सौंपी जा सकती है। हालांकि असली तस्वीर 31 अगस्त या एक सितंबर को ही फाइनल होगी।

अवनीश अवस्थी के पास है कई अहम जिम्मेदारियां
अवनीश कुमार अवस्थी 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। इनकी गिनती मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे करीबी अफसरों में होती है। 2017 में जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने तो केंद्र से लौटे अवस्थी को एसीएस सूचना के साथ-साथ पर्यटन विभाग और यूपीडा व उपसा की जिम्मेदारी सौंपी गई। 31 जुलाई 2019 को अवस्थी को गृह विभाग की भी जिम्मेदारी सौंप दी गई।

 

मौजूदा समय में अवस्थी के पास गृह विभाग के अलावा यूपीडा व उपसा के सीईओ, ऊर्जा, कारागार एवं सुधार प्रशासन, गोपन, सतर्कता, वीजा पासपोर्ट, धर्मार्थ कार्य के अपर मुख्य सचिव और डीजी जेल का भी चार्ज है। अवनीश अवस्थी ललितपुर, आजमगढ़, बदायूं, अयोध्या, वाराणसी, मेरठ और गोरखपुर के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं।

Leave a Comment

voting poll

What does "money" mean to you?
  • Add your answer

latest news