अजय देवगन की सुपरहिट फिल्में ‘दिलवाले’ और ‘दिलजले’ के अलावा ‘त्रिमूर्ति’, ‘दुश्मनी’ और ‘लक्ष्मण रेखा’ जैसी फिल्में लिखने वाले अभिनेता करण राजदान बतौर निर्देशक छोटे परदे पर ‘रजनी’, ‘तहकीकात’ और ‘मि. भट्टी ऑन छुट्टी’ जैसे तमाम लोकप्रिय धारावाहिक निर्देशित कर चुके हैं। बतौर निर्देशक अब वह एक ऐसी फिल्म लेकर आ रहे हैं, जिसका नाम ही ‘हिंदुत्व’ है। हिंदी सिनेमा में हिंदुत्व और हिंदू धर्म को अक्सर नकारात्मक नजरिये से दिखाने को लेकर लग रहे आरोपों के बीच करण राजदान ने अपनी इस फिल्म का पोस्टर जारी किया है। करण की इस फिल्म का मुकाबला बॉक्स ऑफिस पर अमिताभ बच्चन और रश्मिका मंदाना की फिल्म ‘गुड बाय’ के अलावा राजकुमार राव और जान्हवी कपूर की फिल्म ‘मिस्टर और मिसेज माही’ से होने जा रहा है।
मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म ‘डिस्को डांसर’ में मुख्य विलेन के तौर पर खूब तालियां बटोरने वाले करण राजदान का करियर काफी विविधतापूर्ण रहा है। अभिनेता के अलावा उन्होंने लेखन और निर्देशन में भी खूब हाथ आजमाया। अब उनके निर्देशन में बनी फिल्म ‘हिंदुत्व’ की रिलीज़ डेट के साथ ही इसका पोस्टर भी रिलीज हो गयागै। ह फ़िल्म 7 अक्टूबर को रिलीज होने जा रही है। फिल्म में आशीष शर्मा, सोनारिका भदौरिया और अंकित राज मुख्य भूमिकाओं में हैं।
निर्देशक करण राजदान इस फिल्म के निर्माता और लेखक भी हैं। वह कहते हैं, ‘मेरी फिल्म ‘हिंदुत्व’ प्यार, दोस्ती, छात्र राजनीति और हिंदुत्व के वास्तविक सार के बारे में है। फिल्म हिंदूवाद के बारे में कुछ ऐसे विवरण प्रकट करेगी, जिसे देश के कुछ हिंदू भी नहीं जानते हैं। राजनीतिक हलकों में इस बात की बहुत चर्चा हुई है कि हिन्दू धर्म और हिंदुत्व के बीच एक बड़ा अंतर है। जहां हिन्दू धर्म को एक शांतिपूर्ण जीवन शैली माना जाता है, जबकि हिंदुत्व को कट्टरपंथी और चरमपंथी के रूप में बताया जा रहा है और हिंदुत्व का पालन करने वाले हिंदुओं को कट्टरपंथियों के रूप में चित्रित किया जा रहा है।’
करण राजदान के मुताबिक, ‘लोग ये नहीं समझते कि हिंदी में अनुवादित हिंदुइज़्म का शाब्दिक अर्थ हिंदुत्व है। इसका मतलब हिंदू धर्म नहीं है, क्योंकि हिंदुइज़्म एक धर्म नहीं है। तो इसका शाब्दिक अनुवाद क्या है, यह हिंदुत्व है। मेरी फिल्म हिंदुत्व वास्तव में दस कदम आगे जाती है और इन तथाकथित धर्मनिरपेक्ष लोगों को बताती है कि हिंदुत्व का वास्तव में क्या मतलब है?’
करण राजदान कहते हैं, ‘बॉलीवुड द्वारा बहुत सारे हिंदू को कोसा जा रहा है, चाहे वह हम लोग हों या हमारे देवी-देवता, सभी को बॉलीवुड ने या तो नकारात्मक रूप में दिखाया है या हास्यास्पद तरीके से। दोनों मेरे लिए अस्वीकार्य हैं और इसी तरह मेरी फिल्म ‘हिंदुत्व’ का जन्म हुआ। चाहे वह भारत में हो या पूरी दुनिया में, हिंदुत्व का एक गलत अर्थ और संदेश फैलाया जा रहा है, मैं सीधे रूप से यह बात कहना चाहता हूं।’