दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता वाली बेंच आज (बुधवार) गिद्धों के संरक्षण संबंधी याचिका पर सुनवाई करेगी। यह याचिका वकील गौरव बंसल की है।हाई कोर्ट ने 13 मई को केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था। ॉ
गौरव बंसल की मांग है कि पशुओं पर नॉन स्टेरॉयडल एंटी इंफ्लामेटरी दवाओं की टेस्टिंग से पहले एक प्रभावी मेकानिज्म तैयार किया जाए। मेलोक्सिकैम दवा को जानवरों पर इस्तेमाल करने के लिए बढ़ावा दिया जाए। यह दवाई गिद्धों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती है। पशुओं को दी जानेवाली टॉक्सिक दवाओं के खुले बाजार में बेचने और उनके रेगुलेशन के लिए मानिटरिंग कमेटी बनाई जाए।
याचिका के मुताबिक गिद्ध मरे हुए जानवरों का मांस को खाते हैं। ज्यादातर जानवरों की मौत टॉक्सिक दवाओं के प्रभाव से होती है। इस वजह से गिद्धों की भी मौत हो जाती है। इसलिए मृत गिद्धों का डेटा एकत्र कर यह पता लगाया जाए कि मौत की असल वजह क्या है। उल्लेखनीय है कि भारत में गिद्धों को विलुप्तप्राय प्रजाति के रूप में चिह्नित किया जा चुका है।