सैन्य सूत्रों के अनुसार इन आतंकवादियों की संख्या चार से पांच हो सकती है। इस विस्फोट के बाद सीमांत क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की संभावना को समाप्त करने के लिए मंगलवार सुबह से सेना व अन्य बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया है। बारूदी सुरंग में हुए विस्फोट में मारे गए दोनों आतंकवादियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मारे गए आतंकियों की पहचान के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले भारतीय सेना ने नौशहरा सेक्टर के ही झंगड़ इलाके से पाकिस्तान की सीमा से घुसपैठ कर आए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी तबरीक हुसैन को गिरफ्तार किया था। तबरीक ने भी पूछताछ में सुरक्षाबलों को यह जानकारी दी कि नियंत्रण रेखा पर काफी संख्या में आतंकी घुसपैठ के प्रयास में हैं। उसे राजौरी में फिदायीन हमले का जिम्मा सौंपा गया था। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का रहने वाला तबरीक वर्ष 2016 में भी घुसपैठ कर जम्मू-कश्मीर आया था।