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160 वर्षों से मसूरी में निकाली जा रही भगवान श्री कृष्ण की ऐतिहासिक डोली

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श्री सनातन धर्म मंदिर सभा द्वारा भगवान श्री कृष्ण की डोली धूमधाम से निकाली गई। इस मौके पर हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान श्री कृष्ण के दर्शन किए और प्रसाद ग्रहण किया। पहाड़ों की रानी मसूरी में पिछले 160 सालों से लगातार कन्हैया की डोली निकाली जा रही है। केवल कोरोना काल में यह डोली नहीं निकाली जा सकी थी।

इस मौके पर जौनपुर जौनसार टिहरी देहरादून आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कन्हैया की डोली देखने पहुंचे। मालरोड पर बैंडबाजे और पारम्परिक ढोल दमाउ के साथ कन्हैया की दर्जनभर आकर्षक झांकियां लोगों का आकर्षण का केन्द्र बनी रही। उत्तराखंड के गढ़वाली नृत्य ने सभी के मन को मोह लिया। भारी भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किये गए थे।

इससे पूर्व मसूरी सनातन धर्म मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की डोली की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गई। इसके बाद डोली नगर भ्रमण के लिये निकली। बैंड बाजों और पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ निकली डोली लंढौर बाजार, मलिंगार, कुलड़ी मालरोड होते हुए गांधी चौक तक गई व वहां से वापस मंदिर पहुंची। शोभायात्रा में सबसे आकर्षण का केंद्र कन्हैया की डोली रही।

यात्रा में जहां सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय के छात्र वैदिक मंत्रों का उच्चारण कर चल रहे थे वहीं सनातन धर्म गर्ल्स इंटर कालेज का बैंड मधुर धुनें प्रस्तुत की। इस बार पहली बार यह हुआ कि मसूरी लंढौर बाजार में पटरी व्यापारियों को नहीं बैठने दिया गया। मसूरी के स्थानीय निवासियों ने बताया कि पिछले 160 वर्षों से जन्माष्टमी के आने वाले रविवार को कन्हैया कि डोली निकाली जाती है, जिसमें मसूरी सहित आसपास के क्षेत्र के गांव के लोग भारी मात्रा में शिरकत कर भगवान कृष्ण का आशीर्वाद लेते हैं।

इस अवसर पर श्री सनातन धर्म मंदिर सभा के उपाध्यक्ष संदीप अग्रवाल ने बताया कि मंदिर से कृष्ण की डोली की पूरे शहर में परिक्रमा की जाती है और जगह जगह पर इसका स्वागत किया जाता है। भजन कीर्तन के साथ डोली लाइब्रेरी गांधी चौक पर पहुंचकर वापस मंदिर परिसर में आती है। जहां पर भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति को पुनः स्थापित किया जाता है। इस ऐतिहासिक डोली को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग आकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

उन्होंने बताया कि 160 वर्षों से भगवान श्री कृष्ण की डोली नगर परिक्रमा करती आ रही है और इस ऐतिहासिक डोली का अपना विशेष महत्व है। इस अवसर पर मंदिर के मुख्य पुजारी सुनील शास्त्री ने बताया कि पिछले 2 वर्षों से कोरोना के चलते श्री कृष्ण की डोली नहीं निकाली जा सकी थी लेकिन इस वर्ष धूमधाम के साथ भगवान श्री कृष्ण की डोली की नगर परिक्रमा की जा रही है।

 

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