कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कॉरपोरेट टैक्स घटाने के कारण सरकार को बीते दो वर्षों में 1.84 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार व्यापारिक घरानों को लाभ पहुंचा रही है जबकि गरीब और मध्यवर्ग पर टैक्स बढ़ा रही है।
वल्लभ ने कहा कि एस्टीमेट कमेटी की रिपोर्ट बताती है कि वित्त वर्ष 2020 और वर्ष 2021 के दौरान कार्पोरेट टैक्स कट के कारण मात्र 2 वर्षों में सरकार को 1.84 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि 20 सितम्बर 2019, जब भारत सरकार ने कॉर्पोरेट्स टैक्स को 30 फीसदी से घटाकर 22 फीसदी कर दिया और जो नई मैन्युफैक्चरिंग कम्पनियां हैं, उसके टैक्स को घटाकर 18 फीसदी की जगह 15 फीसदी कर दिया। इससे कंपनियों की आय तो खूब बढ़ी लेकिन सरकार की आय में कमी आई। जबकि सरकार दावा कर रही था कि कॉरपोरेट टैक्स घटाने से रोजगार और आय दोनों बढ़ेगी।
वल्लभ ने कहा कि यह सरकार सिर्फ व्यापारियों के हित के बारे में सोचती है। इस सरकार का देश के गरीब और मध्य वर्ग के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। इसी मोदी सरकार ने वादा किया था कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर देगी और हर बेघर को घर मुहैया कराएगी। लेकिन मोदी सरकार ने जितने वादे देश के गरीब और मध्यवर्ग से किया सभी को भूल चुकी है।
आशा खबर/ रेशमा सिंह पटेल
